ओलंपिक में हुई आलोचना से स्तब्ध अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआइबीए) ने रियो ओलंपिक का हिस्सा रहे सभी 36 अधिकारियों पर जांच का नतीजा आने तक प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। साथ ही उसने 10 अंकों की विवादित स्कोरिंग प्रणाली में भी सुधार पर रजामंदी जताई है। रेफरियों व जजों और तकनीकी व नियम आयोग की बैठक में एआइबीए ने नए ओलंपिक सत्र में सकारात्मक फैसले लेने की योजना बनाई है।
एआइबीए अध्यक्ष डॉक्टर चिंग कू वू ने कहा कि रियो 2016 में मुक्केबाजी सकारात्मक चीजों के अलावा गलत कारणों से भी सुर्खियों में रही। एक संगठन के तौर पर हमने अच्छा काम किया। मुक्केबाजी की अधिकांश स्पर्धाओं पर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली लेकिन कुछ फैसले विवादित रहे जिससे साबित होता है कि एआइबीए की आर एंड जे प्रक्रिया में सुधार जरूरी है। रियो में रेफरिंग की काफी आलोचना हुई और कई मुक्केबाजों ने पक्षपात का शिकार होने की आलोचना की।
विश्व ईकाई ने पेशेवर शैली की 10 अंकों की रैफरिंग व्यवस्था पर भरोसा जताया लेकिन इसमें बदलाव पर रजामंदी जाहिर की। एआइबीए ने कहा कि हमारा मानना है कि मौजूदा 10 अंकों की प्रणाली खेल के लिए सर्वश्रेष्ठ है लेकिन आयोग ने भविष्य में होने वाली स्पर्धाओं में विजेता के चयन के लिए सभी पांच जजों के स्कोरकार्ड एक साथ खोलने का सुझाव दिया है।