एशिया कप में पाकिस्तान हॉकी टीम की निराशाजनक प्रदर्शन के बाद गठित जांच समिति ने किसी अधिकारी या खिलाड़ी से पूछताछ किए बिना अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। इसके बाद ओलंपिक खिलाड़ी कलीमुल्ला की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय समिति की रिपोर्ट पर भी सवाल उठने लगे है। समिति में कलीमुल्ला के अलावा ओलंपियन नासिर अली और हॉकी प्रशासक जहीर शाह भी शामिल हैं। 

उन्होंने  टीम के अधिकारियों और कप्तान के अपने समक्ष पेश होने के लिए तीन दिनों तक इंतजार किया, लेकिन विभिन्न कारणों से इनमें से कोई भी नहीं आया। एक सूत्र के मुताबिक, एशिया कप में टीम के मैनेजर रहे ख्वाजा जुनैद ने कुछ दिन पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और खुद को इस पूरे प्रकरण से अलग कर लिया।  

मुख्य कोच को पाकिस्तान लौटने के लिए विजा तक नहीं मिला- मुख्य कोच सीफ्रेड एकमैन को पाकिस्तान लौटने के लिए अभी तक वीजा नहीं मिला है। मलेशिया में टूर्नामेंट के बाद ऐकमैन अपने देश लौट गये थे। पाकिस्तान के कप्तान उमर बूटा ने भी पारिवारिक मुद्दों  का हवाला देते हुए समिति के सामने पेश नहीं हुए।

टीम विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रही- इसके बाद जांच समिति ने मैच वीडियो, मीडिया रिपोर्ट और मुख्य कोच से प्रतिक्रिया के आधार पर अपनी रिपोर्ट तैयार कर पाकिस्तान हॉकी महासंघ को सौंप दी। इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान पांचवें स्थान पर रहा था। टीम विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रही।

मैनेजर जुनैद और टीम के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया गया- इसके बाद से स्थिति खराब ही होती गई है। एशिया कप के बाद कई अनुभवी खिलाड़ियों ने वित्तीय कारणों से टीम को छोड़ने की धमकी भी दे दी है। सूत्र ने कहा कि पाकिस्तान हॉकी महासंघ को अपनी रिपोर्ट सौंपने वाली समिति ने खराब प्रदर्शन के लिए मैनेजर जुनैद और टीम के अन्य अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है।