इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में भारत की हार के बाद विराट कोहली के फॉर्म के बारे में पूछे जाने पर रोहित शर्मा ने फिर से पूर्व कप्तान का समर्थन किया है। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान ने यह भी कहा कि इस बात पर काफी हो हल्ला मच रहा है। हालांकि, अब तक कोई भी ऐसा खिलाड़ी पैदा नहीं हुआ है, जिसकी फॉर्म कभी खराब नहीं हुई है, इसलिए चीजों को समझना होगा। इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में विराट कोहली 16 रन पर आउट हो गए थे। भारतीय टीम ने वह मैच 100 रन से गंवा दिया था।

मैच के बाद विराट कोहली की फॉर्म के बारे में पूछे जाने पर रोहित शर्मा ने कहा, ‘वह इतने लंबे समय तक खेले हैं, उन्होंने इतने मैच खेले हैं, वह इतने महान बल्लेबाज हैं, इसलिए उन्हें किसी को समझाने की जरुरत नहीं है। फॉर्म ऊपर-नीचे होता रहता है। मेरा मतलब है कि यह खेल का एक हिस्सा और क्षण है। जो भी क्रिकेट खिलाड़ी खेलता है। ऐसा हर किसी के करियर में होता है।’

उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे लगता है, जो खिलाड़ी जो इतने लंबे समय तक खेल चुका है, जिसने इतने रन बनाए हैं, जिसने इतने मैच जीते हैं, उसे बस एक या दो पारियां चाहिए। मुझे यकीन है कि हर कोई यही सोचता होगा…। जो कोई भी क्रिकेट देखता है। हम जानते हैं कि इस विषय पर चर्चा हो रही है, हमने इतने साल से देखा है कि सभी खिलाड़ियों का प्रदर्शन ऊपर-नीचे जाता है।’

रोहित ने कहा, ‘लेकिन जैसा कि मैंने पिछली बार कहा था कि एक खिलाड़ी की क्वालिटी खराब नहीं होती है। मुझे लगता है कि हमें इस चीज को ध्यान में रखना होगा। उस आदमी (विराट कोहली) ने इतने रन बनाए हैं, आप उनका औसत देखें। उन्होंने इतने शतक बनाए हैं। उन्हें इसका अनुभव है। अब तक कोई ऐसा खिलाड़ी नहीं हुआ है, जो जब भी मैदान पर उतरा हो अच्छा प्रदर्शन ही किया हो। तो थोड़ी सी गिरावट जरूर आएगी, सबकी जिंदगी में आती है।’

दूसरे वनडे में टीम इंडिया के प्रदर्शन पर रोहित ने कहा, ‘बिल्कुल अगर आपको मैच जीतना है तो आपको कैच लेने होंगे। हम आगे कोशिश करेंगे, लेकिन हमने अच्छी गेंदबाजी की है। हम इस तरह की टीम को बहुत ज्यादा रन नहीं बनाने दिए।’ रोहित शर्मा ने पिच के मिजाज को लेकर भी बात की।

उन्होंने कहा, ‘मैं पिच को देखकर हैरान हुआ। लगा था कि यह समय के साथ बल्लेबाजी के अनुकूल होगी, लेकिन यह तो ओर मुश्किल होती गई। हमारी लंबी बल्लेबाजी है, लेकिन हमारे शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को अच्छा करना चाहिए था। अगर ऐसा करते तो हम आगे होते। हमें परिस्थितियां भांपकर उसी हिसाब से काम करना होगा।’