दक्षिण अफ्रीका की टीम दूसरे क्रिकेट टैस्ट के पहले दिन शनिवार को पहली पारी में भले ही 214 रन पर ढेर हो गई हो लेकिन टीम के कोच रसेल डोमिंगो ने कहा कि डरने की कोई जरूरत नहीं है। डोमिंगो ने कहा कि भारत जब अपनी पहली पारी आगे बढ़ाने उतरेगा तो उनकी टीम उसे शुरुआती झटके देने की कोशिश करेगी।
डामिंगो ने पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद संवाददाताओं से कहा कि यहां का इतिहास बताता है कि पिच से सुबह मदद मिलती है। सत्र में छह विकेट हासिल करना संभव है और अगर हम ऐसा कर पाए तो मैच में हमारी वापसी हो जाएगी। लेकिन कल पहले सत्र में हमें अनुशासित गेंदबाजी करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि डरने की कोई जरू रत नहीं है। हमारे पास हाशिम और अन्य हैं जो बड़ी पारियां खेल सकते हैं। हमें कड़ी मेहनत जारी रखनी होगी और उम्मीद करते हैं कि कभी ना कभी कड़ी मेहनत का फल मिलेगा।
डोमिंगो ने कहा कि उनकी टीम अनुभवहीन है और उसके सात शीर्ष खिलाड़ी भारत में नहीं खेले हैं। उन्होंने कहा कि हमारी टीम अनुभवहीन है, अमला, एल्गर और एबी को छोड़कर। शीर्ष सात खिलाड़ी कभी भारत में नहीं खेले। बेशक सीरीज की पिछली कुछ पारियों में उन्हें भारतीय पिचों का मिजाज पता चल गया है। डोमिंगो ने एक सवाल के जवाब में कहा कि डिविलियर्स 85 रन की पारी खेलने के बाद शतक से चूक कर निराश थे। उन्होंने कहा कि बेशक वे आउट होने के बाद निराश था। वे रन बनाने की कोशिश में आउट हुए और एबी ऐसे ही खेलते हैं। उन्होंने 85 रन के दौरान शानदार बल्लेबाजी की लेकिन दुर्भाग्य से शतक नहीं बना पाया।
डोमिंगो ने कहा कि उन्होंने कई विकेट तोहफे में दिए। उन्होंने कहा कि हमने कई विकेट आसानी से गंवाए। अब आप भारत के स्तरीय गेंदबाजी आक्रमण का सामना कर रहे हो तो आसानी से रन बनाने की इच्छा को सीमित रखना होता है। डोमिंगो ने साथ ही कहा कि वह भारतीय कप्तान विराट कोहली के उन्हें पहले बल्लेबाजी का न्योता देने से हैरान थे। उन्होेंने कहा कि हां, हम हैरान थे, जब कोहली ने दक्षिण अफ्रीका को पहले बल्लेबाजी करने के लिए कहा। इस विकेट का इतिहास और आकंड़े बताते हैं कि सुबह के सत्र में यहां तेज गेंदबाजों को मदद मिलती है। हम पहले गेंदबाजी करना चाहते थे।