आईसीसी एलिट पैनल के भारतीय अंपायर नितिन मेनन ने भारतीय क्रिकेटर्स (किसी का नाम लिए बगैर) पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि वो अपने पक्ष में फैसले देने का दबाव बनाते हैं। 39 साल के अंपायर नितिन मेनन इन दिनों इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे एशेज टेस्ट सीरीज में अंपायरिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत में अंपायरिंग करना खास तौर पर टीम इंडिया खेल रही हो तो काफी कठिन होता है क्योंकि भारतीय टीम के बड़े खिलाड़ी हमेशा दबाव बनाने की कोशिश करते हैं।
नितिन मेनन आईससी एलीट पैनल के अंपायर हैं और पिछले कुछ साल में वो भारत में टीम इंडिया के मुकाबलों में लगातार ऑन-फील्ड अंपायरिंग करते हुए नजर आते हैं। वो कई बार भारतीय टीम के मैचों में अपने विवादास्पद फैसलों की वजह से आचोलना का शिकार हुए हैं, लेकिन उनके मुताबिक वो सिर्फ अपने काम (अंपायरिंग) पर ध्यान देते हैं ना कि बाहर हो रहे शोर पर।
नितिन मेनन ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि जब भारतीय टीम भारत में खेलती है तो उस मैच का बहुत हाइप होता है और टीम के बड़े खिलाड़ी हमेशा आप पर दबाव बनाने की कोशिश करते हैं। वो इस बात की कोशिश करते हैं कि आप उनके पक्ष में फैसला दें। उस स्थिति में हमें अपने ऊपर कंट्रोल रखना पड़ता है और वो क्या कह रहे हैं उस पर ज्यादा फोकस करने से बचना होता है। इससे पता लगता है कि मैं मानसिक रूप से कितना मजबूत हूं कि किसी भी परिस्थिति का सामना कर सकता हूं चाहे वो बड़े खिलाड़ी के द्वारा बनाया जा रहा दबाव ही क्यों ना हो।
उन्होंने कहा कि भारत में बतौर अंपायर काफी बड़ी जिम्मेदारी आपके ऊपर होती है। शुरुआत में मुझे ज्यादा अनुभव नहीं था जब मैंने अंपायरिंग शुरू की थी, लेकिन पिछले तीन साल में बतौर अंपायर मैं बहुत ज्यादा परिपक्व हुआ हूं। वहीं उन्होंने एशेज के बारे में कहा कि ये एक शानदार सीरीज है। मैं पिछले साल इंग्लैंड में था जब साउथ अफ्रीकी टीम वहां आई थी। उस समय मुझे पता लगा कि आखिर बेजबॉल क्या है और ऑस्ट्रेलिया के पास एक बेहतरीन गेंदबाजी लाइनअप है।