भारत की मेजबानी में 5 अक्टूबर से शुरू हो रहे आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप में शिरकत करने वालीं 10 टीमों में से एक नीदरलैंड्स भी है। नीदरलैंड्स ने वर्ल्ड कप क्वालिफायर में स्कॉटलैंड को हराने के बाद विश्व कप के लिए क्वालिफाई किया था। विश्व कप में नीदरलैंड्स का पहला मैच 6 अक्टूबर को होगा और उससे पहले यह टीम भारत में 20 सितंबर से पांच दिन का एक ट्रेनिंग कैंप आयोजित करेगी। इस कैंप के लिए डच क्रिकेट बोर्ड ने एक वेंकैसी निकाली है, जिसके लिए भारतीय गेंदबाजों से आवेदन मांगे हैं।

बोर्ड को चाहिए सीमर्स और स्पिनर्स

नीदरलैंड्स क्रिकेट बोर्ड की ओर से ट्विटर पर शेयर की गई एक पोस्ट में कहा गया है कि 20-24 सितंबर तक कर्नाटक के अल्लूर में लगने वाले पांच दिवसीय कैंप के लिए हमें भारतीय गेंदबाजों की जरूरत है जो हमारे कैंप में नेट बॉलर बन सकें। गुरुवार को जारी इस विज्ञापन में कहा गया कि पांच दिवसीय कैंप के लिए बाएं हाथ का सीमर, दाएं हाथ का सीमर, दाएं हाथ का स्पिनर, मिस्ट्री स्पिनर और लेफ्ट आर्च स्पिनर चाहिए। सीमर्स के लिए बोर्ड ने 120 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार भी तय की है।

बोर्ड ने इन शर्तों के साथ मांगे आवेदन

आपको बता दें कि बोर्ड ने भारतीय गेंदबाजों की मदद मांगी जरूर है, लेकिन ऐसे मामले में कर्नाटक राज्य क्रिकेट एसोसिएशन के लिए मेहमान टीमों को गेंदबाज मुहैया कराने का कोई नियम या परंपरा नहीं है। बोर्ड ने अपने विज्ञापन में आवेदन के लिए कुछ शर्तें भी लागू की हैं जो इस प्रकार हैं:-

  1. आवेदन करने वाला खिलाड़ी भारत का होना चाहिए और उसकी उम्र 18 साल कम से कम होनी चाहिए।
  2. गेंदबाज को 6 बोल्ड करते हुए का एक बॉलिंग वीडियो अपलोड करना है।
  3. वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए Ludimos in-app कैमरा का इस्तेमाल करना है।
  4. एडिट किया हुआ वीडियो मान्य नहीं होगा।
  5. वीडियो को 17 सितंबर से पहले अपलोड करना है।
  6. वीडियो में बॉल की लेंथ साफ दिखने वाली हो।
  7. तेज गेंदबाज के लिए बॉल की गति सीमा 120 किमी. प्रतिघंटा से उपर की रहे।
  8. स्पिनर के लिए बॉलिंग गति सीमा 80 किमी. प्रति घंटा रहे।

अगस्त में भारत आई थी नीदरलैंड्स क्रिकेट बोर्ड की टीम

आपको बता दें कि नीदरलैंड्स क्रिकेट बोर्ड की एक टीम अगस्त महीने में तीन दिन के दौरे पर भारत आई थी। इस टीम ने बेंगलुरु में ट्रेनिंग कैंप का दौरा किया था। माना जा रहा है कि इस दौरे पर टीम ने पाया कि घरेलू क्रिकेट में भारत जितनी गहराई उनके पास नहीं है। या फिर टीम के साथ यात्रा करने वाले बेहतर नेट बॉलर नहीं है।