वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में बीती रात भारतीय फैंस के लिए गर्व करने का ऐसा मौका लेकर आई जिसे देश लंबे समय तक नहीं भूलेगा। पहली बार वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में तिरंगा सबसे ऊपर लहरा रहा था और इसका श्रेय जाता है जैवलिन थ्रो एथलीट नीरज चोपड़ा को। यह रात सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्तान के लिए भी बेहद खास रही जहां उनके जैवलिन थ्रोअर अरशद नदीम ने सिल्वर मेडल जीता।
वर्ल्ड चैंपियनशिप के इस इवेंट को भारत बनाम पाकिस्तान के तौर पर देखा जा रहा था। हुआ भी कुछ ऐसा ही। क्वालिफाइंग राउंड की तरह फाइनल में दोनों एथलीट्स के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। हालांकि नीरज गोल्ड जीतने में कामयाब रहे।
एशियन गेम्स में फिर होगी टक्कर
इवेंट के बाद जब नीरज से नदीम के साथ प्रतियोगिता को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मैं प्रतियोगिता से पहले फोन का ज्यादा इस्तेमाल नहीं करता हूं। मैंने आज देखा और सबसे पहले मुझे भारत बनाम पाकिस्तान ही नजर आया। लेकिन सिर्फ अरशद ही नहीं जाकुब और जूलियन वेबर ने भी अच्छे थ्रो किए। आप आखिरी थ्रो तक कुछ नहीं कर सकते। मुझे लगता है कि एशियन गेम्स में भारत बनाम पाकिस्तान की और ज्यादा बात होगी।’
नदीम ने जाहिर की इच्छा
नीरज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में नदीम की काफी तारीफ भी की। उन्होंने कहा, ‘मुझे नदीम का थ्रो देखकर अच्छा लगा। महसूस हुआ कि हमारे देश इस खेल में आगे बढ़ रहे हैं।’वहीं नदीम ने इसे खास पल बताया। उन्होंने कहा, ‘यह पूरे एशिया के लिए खास पल है। वर्ल्ड चैंपियनशिप में टॉप दो में भारत और पाकिस्तान रहे। मैं चाहता हूं कि ओलंपिक में भी ऐसा हो।’
नीरज चोपड़ा की इच्छा हुई पूरी
नीरज के जीतते ही पूरे स्टेडियम में भारत माता की जय और वंदेमातरम के नारे गूंजने लगे थे। नीरज के लिए बेहद ही खास पल था क्योंकि टोक्यो ओलंपिक के दौरान कोरोना के कारण फैंस को स्टेडियम आने की अनुमति नहीं थी। ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट ने कहा, ‘यह खास मौका है। यह कमी थी टोक्यो में। यहां आदिल सर (एएफआई के अध्यक्ष) भी थे। काफी ज्यादा दर्शक थे जो जय हिंद के नारे लगा रहे थे। यह देखकर बहुत अच्छा लगा।’