गोल्डेन ब्वॉय नीरज चोपड़ा ने शुक्रवार (16 मई) को दोहा के डायमंड लीग में इतिहास रच दिया। नीरज ने 2025 सीजन के पहले ही मुकाबले में 90 मीटर की बाधा को पार कर लिया। उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में 90.23 मीटर के शानदार थ्रो किया। हालांकि, वह डायमंड लीग के दोहा लेग में मेंस जैवलिन थ्रो इवेंट में दूसरे नंबर पर रहे। जर्मनी के जूलियन वेबर ने 91.06 मीटर का थ्रो किया।

नीरज भाला फेंक स्पर्धा में 90 मीटर की बाधा को पार करने वाले विश्व के 25वें एथलीट बन गए। नीरज ने पहले थ्रो में दिखा दिया था कि वह अच्छे फॉर्म में हैं, जब उन्होंने 88.44 मीटर की दूरी तय की, लेकिन दूसरे प्रयास फाउल रहा। फिर तीसरे प्रयास में उन्होंने 90 मीटर का आंकड़ा पार कर लिया। यह एक ऐसी उपलब्धि है जिसे नीरज लंबे समय से हासिल करने की कोशिश कर रहे थे।

नीरज चोपड़ा अपने कोच के क्लब में शामिल

नीरज अब पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में सबसे दूर भाला फेंकने के मामले में तालिका में 24वें स्थान पर हैं। वह जर्मनी के मैक्स डेहिंग 90.20 मीटर और त्रिनिदाद और टोबैगो के केह्रॉन वाल्कोट 90.16 मीटर से वह आगे निकल गए। नीरज चोपड़ा के कोच चेक रिपब्लिक के जान जेलेजनी के नाम सबसे दूर भाला फेंकने का रिकॉर्ड है। उन्होंने 1996 में 98.48 मीटर के थ्रो के विश्व रिकॉर्ड बनाया था। जेलेजनी से जुड़ने बाद यह नीरज का पहला इवेंट था।

26 जैवलिन थ्रोअर्स में से 7 जर्मनी से

दुनिया में 90 मीटर की बाधा को पार करने वाले 26 जैवलिन थ्रोअर्स में से 7 जर्मनी से, चार फिनलैंड से, दो चेक रिपब्लिक से, एक-एक ग्रेनेडा, पाकिस्तान, केन्या, रूस, ग्रीस, नॉर्वे, ग्रेट ब्रिटेन, चीनी ताइपे, अमेरिका, लातविया, एस्टोनिया और त्रिनिदाद एंड टोबैगो से हैं। इस लिस्ट में भारत से नीरज चोपड़ा का भी नाम शामिल हो गया है। ओलंपिक चैंपियन पाकिस्तान के अरशद नदीम (92.97 मीटर) और चीनी ताइपे के चाओ-त्सुन चेंग (91.36 मीटर) दो अन्य एशियाई हैं, जिन्होंने यह प्रतिष्ठित आंकड़ा पार किया है।