भारत को लिए दो ओलंपिक मेडल जीत चुके नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान जैवलिन थ्रोअर और पेरिस ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट अरशद नदीम को एनसी क्लासिक इवेंट में दिए गए निमंत्रण विवाद पर अपनी सफाई दी। नीरज ने कहा कि अरशद को इस इवेंट में हिस्सा लेने के लिए निमंत्रण पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले से काफी पहले भेजा गया था। उन्होंने कहा कि उन्हें और उनके परिवार को को जिस तरह से नफरत झेलनी पड़ रही है वो गलत है और लोगों को स्थिति को समझने की कोशिश करनी चाहिए।
आलोचना का करना पड़ रहा है सामना
नीरज ने खुलासा किया कि उन्हें और उनके परिवार को इस मसले पर काफी आलोचना का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद अरशद की भागीदारी अब इस इवेंट में पूरी तरह से असंभव है। अपनी इंस्टा पोस्ट में नीरज ने कहा कि मैं आमतौर पर कम बोलने वाला व्यक्ति हूं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि जब मैं कुछ गलत देखूंगा तो चुप रहूंगा, खासकर तब जब देश के प्रति मेरे प्यार और मेरे परिवार के सम्मान पर सवाल उठाया जा रहा हो। नीरज ने बताया कि अरशद नदीम को नीरज चोपड़ा क्लासिक में आमंत्रित करने के लिए उन्हें बहुत अधिक नफरत और गाली मिली है और उनके परिवार को गलत तरीके से विवाद में घसीटा गया है।
इस सप्ताह की शुरुआत में नीरज चोपड़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया था जहां उन्होंने एनसी क्लासिक इवेंट में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों की प्राइमरी सूची जारी की और ये भी बताया था कि इसका आयोजन अब हरियाणा की जगह बेंगलुरु में किया जाएगा। उन्होंने बताया था कि इसमें अरशद नदीम समेत कई शीर्ष जैवलिन थ्रोअर को निमंत्रण दिया गया था। हालांकि बाद में अरशद नदीम ने 24 मई को बेंगलुरु में होने वाली एनसी क्लासिक भाला फेंक इवेंट में भाग लेने के लिए नीरज चोपड़ा के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था।
एनसी क्लासिक में अरशद की उपस्थिति असंभव
नीरज ने इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए लिखा कि उन्होंने मेरे परिवार को भी नहीं छोड़ा। मैंने अरशद को जो निमंत्रण दिया था, वह एक एथलीट से दूसरे एथलीट को था, न ज्यादा न कम। एनसी क्लासिक का मकसद भारत में सर्वश्रेष्ठ एथलीटों को लाना और हमारे देश को विश्व स्तरीय खेल आयोजनों का केंद्र बनाना था। पहलगाम में आतंकवादी हमलों से दो दिन पहले सोमवार को निमंत्रण भेजे गए थे। पिछले 48 घंटों में जो कुछ भी हुआ है, उसके बाद एनसी क्लासिक में अरशद की उपस्थिति पूरी तरह से असंभव है।
मेरी ईमानदारी पर सवाल उठाना गलत
नीरज ने आगे लिखा कि मैंने इतने साल में अपने देश को मान को बढ़ाया है और यह देखकर दुख होता है कि मेरी ईमानदारी पर सवाल उठाए जा रहे हैं। मुझे दुख होता है कि मुझे उन लोगों के सामने खुद को समझाना पड़ता है जो बिना किसी कारण के मुझे और मेरे परिवार को निशाना बना रहे हैं। हम सरल लोग हैं और कृपया हमें अन्यथा न पेश करें। मीडिया के कुछ वर्गों द्वारा बहुत सारी झूठी कहानियां गढ़ी गई हैं और सिर्फ इसलिए कि मैं जवाब नहीं देता, इसका मतलब यह नहीं है कि वो सही हैं।