उत्तराखंड की धार्मिक विरासत और जैव विविधता की झलक पेश करने वाले रंगारंग उद्घाटन समारोह के साथ ही 38वें राष्ट्रीय खेलों का मंगलवार 28 जनवरी 2025 को आधिकारिक शुभारंभ हो गया। यूं तो इन खेलों की प्रतिस्पर्धाएं पहले ही शुरू हो चुकी थीं, लेकिन आधिकारिक उद्घाटन आज हुआ। 38वें राष्ट्रीय खेलों में लगभग 450 स्वर्ण पदक और इतनी ही संख्या में रजत और कांस्य पदक दांव पर हैं।
38वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह भारत की अविश्वसनीय खेल प्रतिभा का उत्सव है और देश भर के एथलीट्स की भावना को दर्शाता है। उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और सूबे के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय खेलों के पिछले दो सत्र 2022 (गुजरात) और 2023 (गोवा) का भी उद्घाटन किया था।
ट्रायथलॉन स्पर्धाएं रविवार से शुरू हो चुकी हैं, जबकि बीच हैंडबॉल सोमवार 27 जनवरी को शुरू हुआ। 38वें राष्ट्रीय खेल उत्तराखंड के 7 स्थलों पर खेले जाने हैं। हालांकि, भारत के अधिकांश स्टार खिलाड़ी इन खेलों में हिस्सा नहीं लेंगे, लेकिन हजारों अन्य खिलाड़ियों को 32 खेलों में अपनी छाप छोड़ने का मौका मिलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देहरादून स्थित राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेलों के उद्घाटन की घोषणा करेंगे और 18 दिवसीय राष्ट्रीय खेलों की शुरुआत करेंगे। इन खेलों में 38 टीम के करीब 10,000 खिलाड़ी और पदाधिकारी हिस्सा लेंगे। खिलाड़ियों की संख्या के लिहाज से यह दुनिया की सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिताओं में से एक है। 38वें राष्ट्रीय खेलों का मुख्य आयोजन स्थल देहरादून है। इसके अलावा 14 फरवरी तक चलने वाले इन खेलों के अन्य आयोजन स्थल हरिद्वार, नैनीताल, हल्द्वानी, रुद्रपुर, शिवपुरी और नयी टिहरी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ स्टेडियम पहुंचे और राष्ट्रीय खेलों का आधिकारिक उद्घाटन किया। ठंड के मौसम के बावजूद करीब 25000 दर्शक रंगारंग समारोह को देखने के लिए राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में मौजूद थे।
दो ओलंपिक पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा समेत शीर्ष ट्रैक एंड फील्ड खिलाड़ी राष्ट्रीय खेलों से दूरी बना सकते हैं, क्योंकि यह सत्र की शुरुआत है। उन्हें सितंबर में जापान में विश्व चैंपियनशिप के लिए अपनी शीर्ष स्थिति में रहना है। गोवा में 2023 में हुए पिछले खेलों में महाराष्ट्र पदक तालिका में शीर्ष पर था और उन्हें 600 से अधिक खिलाड़ियों के विशाल दल का चयन करने के बाद इस बार भी अपने प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद है।
कुल मिलाकर 364 निशानेबाज राष्ट्रीय खेलों में 29 टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे जिससे निशानेबाजी इन खेलों का मुख्य आकर्षण होगी। विश्व चैंपियन और टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन के अलावा 100 मीटर बाधा दौड़ में राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक ज्योति याराजी उन बड़े नामों में शामिल हैं जो राष्ट्रीय खेलों में चुनौती पेश करेंगे।
स्वप्निल कुसाले, सरबजोत सिंह और विजय कुमार जैसे ओलंपिक पदक विजेता निशानेबाजी में चुनौती पेश करेंगे, जबकि पूर्व एयर राइफल विश्व चैंपियन रुद्रांक्ष बालासाहेब पाटिल गृह राज्य महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करेंगे।
निशानेबाजी को छोड़कर अन्य खेलों के अधिकांश शीर्ष सितारे विभिन्न कारणों से राष्ट्रीय खेलों में हिस्सा नहीं ले रहे। एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली इकलौती भारतीय मनु भाकर और ईशा सिंह को छोड़कर पिछले साल पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले सभी निशानेबाज राष्ट्रीय खेलों में हिस्सा लेंगे।
‘उत्कर्ष ओडिशा-मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव’ 28 से 29 जनवरी तक होगा। प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार,कॉन्क्लेव विभिन्न उद्योग जगत के नेताओं और नीति निर्माताओं के लिए मंच के रूप में भी काम करेगा। बयान में कहा गया, ‘यह उद्योग जगत के नेताओं, निवेशकों और नीति निर्माताओं के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा, जहां वह ओडिशा में निवेश के लिए पसंदीदा गंतव्य के रूप में मौजूद अवसरों पर चर्चा करेंगे। सम्मेलन में सीईओ और नेताओं की गोलमेज बैठकें, क्षेत्रीय सत्र, बी2बी बैठकें और नीति चर्चाएं होंगी, जिससे दुनिया भर के निवेशकों के साथ लक्षित जुड़ाव सुनिश्चित होगा।’
राष्ट्रीय खेलों में एथलेटिक्स, तैराकी, निशानेबाजी, कुश्ती, बैडमिंटन, हॉकी, मुक्केबाजी, भारोत्तोलन, फुटबॉल, टेनिस और टेबल टेनिस जैसे ओलंपिक में शामिल सभी शीर्ष खेलों की स्पर्धाओं का आयोजन होगा। साथ ही कबड्डी और खो-खो जैसे कुछ पारंपरिक खेल भी शामिल होंगे। कलारीपयट्टू, योगासन, मल्लखंभ और राफ्टिंग प्रदर्शनी खेल होंगे जिनमें पदक नहीं दिया जाएगा।
आयोजन स्थल के पास ‘स्पोर्ट्स फॉरेस्ट’ नामक एक विशेष पार्क विकसित किया जा रहा है, जहां विभिन्न एथलीट्स और मेहमानों द्वारा 10,000 पौधे लगाए जाएंगे। ओडिशा में, प्रधानमंत्री ‘उत्कर्ष ओडिशा-मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव’ में हिस्सा लेंगे। उसी दिन शाम को वे देहरादून में 38वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन करेंगे। ‘उत्कर्ष ओडिशा’ कॉन्क्लेव राज्य सरकार द्वारा आयोजित प्रमुख वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन है और इसका उद्देश्य राज्य को पूर्वोदय विजन के साथ-साथ भारत में एक प्रमुख निवेश गंतव्य और औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करना है। प्रधानमंत्री मेक इन ओडिशा प्रदर्शनी का भी उद्घाटन करेंगे, जो एक जीवंत औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने में राज्य की उपलब्धियों पर प्रकाश डालती है।
सीएम पीएम के एक पोस्ट का जवाब दे रहे थे, जिसमें उन्होंने ओडिशा और उत्तराखंड की योजनाबद्ध यात्रा का जिक्र किया था। प्रधानमंत्री मोदी देहरादून में 38वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन करेंगे। उत्तराखंड में 28 जनवरी से 14 फरवरी तक 8 जिलों के 11 शहरों में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन किया जा रहा है। इस साल खेलों की थीम ‘ग्रीन गेम्स’ है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘राष्ट्रीय खेलों में 36 राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश हिस्सा लेंगे। 17 दिनों तक चलने वाले इस खेल में 35 खेलों की प्रतियोगिताएं होंगी। इनमें 33 खेलों में पदक दिए जाएंगे, जबकि दो प्रदर्शनी खेल होंगे। योग और मल्लखंब को पहली बार राष्ट्रीय खेलों में शामिल किया गया है। इस आयोजन में देशभर से 10,000 से अधिक खिलाड़ी हिस्सा लेंगे।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को उत्तराखंड दौरे के मद्देनजर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री द्वारा 38वें राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन को देखने के लिए लोगों के उत्साह का इजहार किया। एक्स पर एक पोस्ट में पीएम के दौरे के बारे में बात करते हुए सीएम धामी ने बताया कि कैसे पीएम का ‘देवभूमि के प्रति विशेष लगाव’ है। सीएम धामी ने अपने पोस्ट में लिखा, ‘देवभूमि के प्रति आपका विशेष लगाव किसी से छिपा नहीं है और देवभूमि का हर व्यक्ति आपसे बेहद प्यार भी करता है। आपके कुशल नेतृत्व में देवभूमि उत्तराखंड 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करने जा रहा है।’
महाराष्ट्र ने 38वें राष्ट्रीय खेलों में सोमवार को ट्रायथलॉन मिश्रित रिले में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता। पार्थ सचिन मिराजे, डॉली देवीदास पाटिल, कौशिक विनय मालंदकर और मानसी विनोद मोहिते की महाराष्ट्र की चौकड़ी ने 2:12:06 घंटे के समय के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। इस स्पर्धा का रजत पदक मध्य प्रदेश के नाम रहा। मध्यप्रदेश की टीम में अंकुर चाहर, दुर्विशा पवार, रोशन गोंड और आध्या सिंह शामिल थे। आकाश पेरुमलसामी, कीर्ति एस, साई लोहिताक्ष केडी, और आरती एस की मौजूदगी वाली तमिलनाडु की टीम ने कांस्य पदक हासिल किया।