PM Narendra Modi And Sports Minister Anurag Thakur Praised 10 Year Old Shauryajit Khaire: गुजरात में 36वें राष्ट्रीय खेलों में 10 साल के शौर्यजीत ने हिस्सा लेकर इतिहास रच दिया है। गुजरात के शौर्यजीत खैरे (Shauryajit Khaire) 36वें राष्ट्रीय खेलों में हिस्सा लेने वाले सबसे कम उम्र के मलखंब के खिलाड़ी हैं। इतनी छोटी से उम्र में इतना शानदार प्रदर्शन देखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके मुरीद हो गए हैं। गुजरात सूचना विभाग ने शौर्यजीत के प्रदर्शन का एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने भी उस वीडियो को शेयर किया है।

उन्होंने लिखा, ‘शौर्यजीत क्या स्टार हैं?’ शौर्यजीत का प्रदर्शन इसलिए भी काबिलेतारीफ है, क्योंकि उन्होंने 10 दिन पहले ही अपने पिता को खोया है। सिर से पिता का साया उठने के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और राष्ट्रीय खेलों में हिस्सा लिया। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी उनकी तारीफ की है।

खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने राष्ट्रीय खेलों में हिस्सा लेते हुए शौर्यजीत का एक वीडियो शेयर किया है। इसमें उन्होंने लिखा, ‘गुजरात के 10 वर्षीय शौर्यजीत खैरे ने नेशनल गेम्स 2022 में मलखंब प्रतियोगिता में अपनी महारात साबित कर दिल जीत लिया है! जब युवा भारतीय हमारे पारंपरिक खेलों का अभ्यास करते हैं और उन्हें बढ़ावा देते हैं, तो यह पूरे देश के लिए गर्व की बात है। वेल डन, शौर्यजीत!’

अनुराग ठाकुर ने लोगों से शौर्यजीत का वीडियो देखने की भी अपील की है। आप भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर की पोस्ट को नीचे देख सकते हैं।

बता दें कि 30 सितंबर 2022 को शौर्यजीत खैरे के पिता का निधन हो गया था। शौर्यजीत तब राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों में जुटे थे। शौर्यजीत के पिता का सपना था उनका बेटा राष्ट्रीय खेलों में हिस्सा ले और पदक जीते। ऐसे में शौर्यजीत ने पिता के सपने को पूरा करने के लिए दिल पर दुखों का पहाड़ लिए राष्ट्रीय खेलों में हिस्सा लेने का फैसला किया। इस काम में उनकी मां और उनके कोच ने शौर्यजीत का हौसला बढ़ाया।

छुट्टी लेकर किया पिता का अंतिम संस्कार

शौर्यजीत छुट्टी लेकर पिता का अंतिम संस्कार करने के लिए वड़ोदरा गए। इसके बाद अहमदाबाद लौट आए, क्योंकि उनका मुकाबला होना था। उन्होंने कहा, ‘लोगों ने जिस तरह से मेरा हौसला बढ़ाया, वह देखकर काफी गर्व महसूस कर रहा हूं। मेरे पिता का सपना था कि मैं राष्ट्रीय खेलों में हिस्सा लूं और गोल्ड मेडल जीतूं। मैं उनके सपने को जरूर पूरा करूंगा।’