अगले सीजन से मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) अपने रणजी ट्रॉफी क्रिकेटर्स को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) से मिलने वाली मैच फीस के बराबर भुगतान करेगा। बीसीसीआई क्रिकेटर्स को मैचों की संख्या आधार पर प्रति दिन 40,000 रुपये से 60,000 रुपये के बीच मैच फीस देता है। एमसीए इसके बराबर अपने खिलाड़ी को भुगतान करेगा। इसका मतलब है कि मुंबई के खिलाड़ी को बीसीसीआई के साथ-साथ राज्य संघ से भी फीस मिलेगी।

राज्य संघ खिलाड़ियों को घरेलू मैचों के लिए केवल दैनिक भत्ता देते हैं। ऐसे में एमसीए का निर्णय को गेम-चेंजर माना जा रहा है। मुंबई की टीम इसी महीने की की शुरुआत में अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में 42वीं बार चैंपियन बनी। इसके बाद होली पर खिलाड़ियों को एमसीए बड़ा तोहफा दे दिया। एमसीए के अध्यक्ष अमोल काले ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि यह निर्णय शनिवार को हुई एमसीए की शीर्ष परिषद की बैठक के दौरान लिया गया।

अमोल काले क्या बोले

काले ने कहा, ” एमसीए अगले सत्र से प्रत्येक खिलाड़ी को प्रति रणजी ट्रॉफी मैच अतिरिक्त मैच फीस का भुगतान करेगा। उदाहरण के तौर पर यदि कोई नया खिलाड़ी बीसीसीआई से प्रतिदिन 40,000 रुपये कमा रहा है तो एमसीए उन्हें भी 40,000 रुपये का भुगतान करेगा। हमें लगा कि खिलाड़ियों को अधिक कमाई करनी चाहिए। खासकर उन्हें जो रणजी ट्रॉफी क्रिकेट खेलते हैं। हमारे लिए लाल गेंद वाला क्रिकेट सबसे ज्यादा मायने रखता है क्योंकि रणजी ट्रॉफी मुंबई में सभी के लिए एक विशेष स्थान रखती है।”

एमसीए को सालाना लगभग 2.5 करोड़ रुपये से 3 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा

बीसीसीआई ने कोविड 19 के बाद मैच फीस में संशोधन किया था। जिन खिलाड़ियों ने 1 से 20 रणजी ट्रॉफी मैच खेले हैं उन्हें अब प्रति दिन 40,000 का भुगतान किया जाता है। जिन लोगों ने 21 से 40 मैच खेले हैं उन्हें प्रति दिन 50,000 रुपये मिलते हैं और जिनके 41 अधिक मैच हैं उन्हें प्रति दिन 60,000 रुपये मिलते हैं। यह पता चला है कि एमसीए को रणजी ट्रॉफी मैच फीस के लिए सालाना लगभग 2.5 करोड़ रुपये से 3 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा।

आईपीएल खिलाड़ियों और केवल राज्य के लिए खेलने वाले खिलाड़ियों के वेतन में असमानता

आईपीएल खिलाड़ियों और केवल अपने राज्य की टीमों के लिए खेलने वालों के बीच वेतन में बड़ी असमानता है। मुंबई की रणजी विजेता टीम का हिस्सा रहे मुंबई के ओपनर बल्लेबाज भूपेन लालवानी को 10 प्रथम श्रेणी मैच खेलने के लिए 17.20 लाख रुपये मिले। इसके विपरीत आईपीएल में किसी खिलाड़ी को कम से कम 20 लाख रुपये मिलते हैं। अगर मुंबई अगले सीजन के रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचती है, तो सबसे कम तजुर्बे वाला खिलाड़ी लगभग 34 लाख रुपये कमाएगा। एमसीए ने यह जानकारी दी है।

पहल को शीर्ष परिषद से सर्वसम्मति से समर्थन मिला

एमसीए सचिव अजिंक्य नाइक ने कहा कि इस पहल को शीर्ष परिषद से सर्वसम्मति से समर्थन मिला। उन्होंने कहा, “एमसीए हमारे खेल के भविष्य को आकार देने में रणजी ट्रॉफी और लाल गेंद क्रिकेट की महत्वपूर्ण भूमिका मानता है। बीसीसीआई की फीस के साथ बराबरी और अतिरिक्त सहायता प्रदान करके शीर्ष परिषद का लक्ष्य युवा क्रिकेटरों के कौशल को निखारने के लिए अनुकूल माहौल बनाना है। यह पहल भारतीय क्रिकेट की समृद्ध विरासत को बढ़ावा देने और भविष्य की प्रतिभाओं को पोषित करने की एमसीए की प्रतिबद्धता को बताता है।”