भारत और पाकिस्तान की टीमों के बीच जब भी कोई मुकाबला होता है तो मैदान पर रोमांच अपने चरम पर होता है। दोनों देशों के प्रशंसकों के बीच भी प्रतिद्वंद्विता देखने को मिलती है। मैदान में खेल रहे खिलाड़ियों पर भी इसका असर पड़ता है। उनके बीच भी नोकझोंक होती है। हालांकि, कभी-कभी यह नोंकझोंक इतनी बढ़ जाती है कि सुर्खियां बन जाती है।

ऐसा ही एक वाकया महेंद्र सिंह धोनी और इरफान पठान के बैटिंग करने के दौरान हुआ था। तब शोएब अख्तर भारतीय बल्लेबाजों को बाउंसर पर बाउंसर डाले जा रहे थे। धोनी और पठान पर स्कोर बढ़ाने और टीम को जीत दिलाने की जिम्मेदारी थी। वहीं, अख्तर उन दोनों की साझेदारी को किसी न किसी तरह तोड़ने की फिराक में थे। इस दौरान दोनों ओर से स्लेजिंग होने लगी। बात इतनी बढ़ गई कि शोएब अख्तर ने मैच में ही इरफान पठान को उनको अगवा करा लेने की धमकी दे डाली। इसके बाद इरफान पठान और महेंद्र सिंह धोनी दोनों ने मिलकर ऐसी तरकीब निकाली कि रावलपिंडी एक्सप्रेस न तो उनके विकेट ले पाए और न ही अपनी टीम को जिता पाए।

इरफान पठान ने यह घटना क्रिकेट प्रजेंटेटर और स्टैंड-अप कॉमेडियन विक्रम साठे के यूट्यूब चैनल पर सुनाई थी। पठान ने बताया, ‘हम लोग पाकिस्तान में मैच खेल रहे थे। हमारे 300 पर 5 या 6 विकेट गिर चुके थे। सचिन पाजी को शोएब ने ऐसी विकेट पर बाउंसर पर आउट किया था, जिस पर बाउंसर फेंकना बहुत बड़ी बात थी। मैं बल्लेबाजी के लिए आया। पहली गेंद कान के बगल से निकल गई। दूसरी और तीसरी गेंद भी ऐसी ही रही। मतलब वह बाउंसर ही डाल रहा था। जैसे तैसे उसका स्पैल खत्म हो गया।’

इरफान पठान ने बताया, ‘जब वह अगले स्पैल में बॉलिंग करने आया, तब तक हमारी पार्टनरशिप ठीक हो चुकी थी। शोएब को बोलने (स्लेजिंग करने) की आदत है। मैं भी बिल्कुल चुप बैठने वालों में नहीं हूं। बिना बात के मैं नहीं बोलता हूं, लेकिन अगर किसी ने कुछ बोलता तो मैं रिएक्ट जरूर करता हूं। धोनी और हमारी यह बात हुई कि कुछ तो करना होगा, नहीं तो यह आदमी बहुत जबरदस्त बॉलिंग कर रहा है और यह अकेला है जो विकेट निकालेगा।’

पठान ने कहा, ‘मैंने धोनी को आइडिया दिया कि मैं उसको कुछ बोलूंगा और तुम सिर्फ हंसना, चाहे हंसने वाली बात हो या नहीं हो। धोनी ने कहा ठीक है। फिर मैंने चालू किया। उधर से धोनी स्माइल करे। अख्तर गुस्सा होने लगे। इससे उसका भी कंसंट्रेशन टूटा। जब मैं थोड़ा सेट हुआ तो मैंने उसकी गेंद पर पुल किया और वह चौका गया। तब शोएब अख्तर मेरे पास आकर कहता है कि तेरे को मैं अगवा कर लूंगा।’

इरफान पठान ने बताया, ‘तब तक धोनी भी पीछे से मेरी तरफ आ गया। मैंने धोनी को देखा तो मैं भी उसकी ओर बढ़ गया। हम तीनों इकट्ठा हो गए। मैंने शोएब से कहा- देख आउट तो तू मुझे कर नहीं पाएगा, तू मुझे अगवा करेगा तभी मैं यहां से जाऊंगा, वरना तू आउट नहीं कर पाएगा। यह सुनकर धोनी जोर-जोर से हंसने लगा और शोएब खिसियाने लगा।’