भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह पिछले 9 महीनों से पेशेवर क्रिकेट से दूर हैं। इसके बावजूद वे लगातार चर्चा में बने रहते हैं। हर दिन धोनी के बारे में कुछ न कुछ लिखा, पढ़ा और बोला जाता है। माही इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) से वापसी करने वाले थे, लेकिन कोरोनावायरस के कारण टूर्नामेंट को 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया है। इसी बीच भारत के पूर्व विकेटकीपर सैयद किरमानी ने एक ऐसा खुलासा किया है जिसके बारे में क्रिकेट फैंस शायद ही जानते होंगे।

दरअसल, सभी धोनी के सभी क्रिकेट फैंस हमेशा जानने के प्रयास में लगे रहे कि माही को सबसे पहले किस चयनकर्ता ने टीम में शामिल किया था। इसका खुलासा सैयद किरमानी एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में किया। उन्होंने कहा कि आज तक कभी उन्होंने इसपर ज्यादा बात नहीं कि लेकिन धोनी को पहली बार वही चुनकर लाए थे। तब वे ईस्ट जोन के चयनकर्ता थे। उन्होंने धोनी के खेल के बारे में सुना और उन्हें देखने पहुंच गए।

किरमानी ने 17-18 साल पुराना किस्सा याद करते हुए कहा, ‘‘यह कितनों को पता है कि वो मैं था जिसने धोनी को ईस्ट जोन के लिए चुना था। इसके बारे में किसी को पता नहीं है। मैंने आज तक ये जाहिर भी नहीं किया। यह सिर्फ मेरे साथ करने वाले प्रणव रॉय को पता है। वे कोलकाता से थे।’’ 70 साल के किरमानी 1983 में वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम में शामिल थे। उन्होंने 88 टेस्ट में भारत के लिए 2759 रन बनाए। इस दौरान 160 कैच लिया था और 38 स्टंप किए थे। वनडे में किरमानी ने 49 मैच खेले थे। 27 कैच लिए और 9 स्टंप किए। उनके नाम 373 रन हैं।

किरमानी ने आगे कहा, ‘‘प्रणव ने मुझे बताया किरी भाई दीपदास गुप्ता जो ईस्ट जोन के विकेटकीपर हैं वो अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं। यह मैच हम झारखंड में देख रहे थे। राज्य स्तर का मुकाबला देख रहे थे, जहां मुझे प्रणव ने बताया सर एक अच्छा विकेटकीपर बल्लेबाज है जो दीपदास गुप्ता की जगह ईस्ट जोन में ले सकता है। एमएस धोनी उसका नाम है। फिर मैं धोनी को राज्य स्तर से जोन स्तर पर लेकर आया। आगे उन्हें फिर किसी चयन के बारे में सोचना नहीं पड़ा।’’