एक खिलाड़ी के तौर पर जब कोई मैदान में उतरता है तो उसकी ख्वाहिश होती है कि वो खेल जगत में अपनी एक अलग पहचान बनाए। हालांकि महान खिलाड़ियों की निशानी होती है कि वो हर समय कुछ अलग करने की सोचते हैं। क्रिकेट की अगर बात करें तो भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज एमएस धोनी को एक खिलाड़ी के तौर पर वो सारी उपलब्धियां हासिल हुईं जो एक खिलाड़ी को चाहिए होती हैं लेकिन अब भी धोनी का एक सपना है जिसे वो पूरा करना चाहते हैं। दरअसल धोनी के अजीज मित्र अरुण पांडे ने हाल ही में खुलासा किया कि धोनी का एक ही सपना है कि 2019 के विश्वकप में टीम का हिस्सा हों ।

 
क्रिकेट जगत में दशकों तक अपनी बल्लेबाजी और कप्तानी से टीम इंडिया का मान बढ़ाने वाले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का बल्ला भले ही इन दिनों खामोश हो लेकिन जब भी ये खिलाड़ी मैदान में उतरता है तो इसका जलवा बाकी सभी से बिल्कुल जुदा होता है। कभी अपनी शानदार विकेटकीपिंग के दम पर तो कभी बल्लेबाजी के दम पर धोनी अपना जलवा बिखेर ही देते हैं। ऐसे में आज उनके हालिया प्रदर्शन को देखते हुए सवाल उठ रहे हैं कि क्या वाकई उन्हें आगामी विश्वकप में टीम में शामिल किया जाना चाहिए या नहीं। ऐसे में अरुण ने बताया कि धोनी ने जब कप्तानी से खुद को अलग किया था उसके पीछे भी यही वजह थी कि वो चाहते थे कि विराट को विश्वकप से पहले कप्तानी का खासा अनुभव हो। वहीं धोनी को मौका मिले कि वो खुद को आगामी विश्वकप के लिए और अच्छे से तैयार कर सकें।


बता दें कि अपनी कप्तानी में भारत को दो-दो बार विश्वविजेता बनाने वाले धोनी को टी-20 टीम से बाहर रखा गया है और उनकी जगह पंत को टीम में शामिल किया गया है। हालांकि कप्तान कोहली की मानें तो इसके पीछे धोनी का ही हाथ है जो चाहते हैं कि पंत को टीम में ज्यादा से ज्यादा मौके दिए जाएं। ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए रवाना हुई टीम इंडिया में एमएस धोनी शामिल नहीं थे क्योंकि मेजबान देश के साथ भारत को शुरुआत में टी-20 और टेस्ट मुकाबले खेलने है।