भारत में होने वाली पहली मोटो जीपी में हिस्सा लेने वाले कुछ राइडर और टीम अधिकारियों को इस सप्ताहांत होने वाली रेस के लिए अब भी वीजा का इंतजार है जिसमें 6 बार के चैंपियन मार्क मारक्वेज भी शामिल हैं। रेपसोल होंडा टीम से जुड़े सूत्रों ने पीटीआई को पुष्टि की है कि उनके राइडर मारक्वेज और जोआन मीर के भारत आने में वीजा मुद्दों के कारण विलंब हो रहा है।

स्पेन के इन दोनों राइडर्स को बुधवार को दिल्ली के समीप एक प्रचार कार्यक्रम में हिस्सा लेना था, लेकिन अब यह दौरा रद्द कर दिया गया है। एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘वीजा मुद्दों के कारण राइडर अब तक भारत नहीं पहुंचे हैं, इसलिए 20 सितंबर 2023 के कार्यक्रम को रद्द करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था।’

डोर्ना स्पोर्ट्स प्रतियोगिता के आयोजक और अधिकार धारक हैं। फेयरस्ट्रीट स्पोर्ट्स प्रतियोगिता के स्थानीय प्रमोटर हैं। फेयरस्ट्रीट के सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि रेस के लिए लगभग 1800 वीजा आवेदन करने की जरूरत थी लेकिन आवेदन प्रणाली में तकनीकी खामी के कारण विलंब हुआ।

सूत्रों ने हालांकि कहा कि जरूरी दस्तावेजों की कमी वाले मामलों को छोड़कर मंगलवार तक अधिकांश वीजा जारी कर दिए गए थे। सूत्र ने कहा, ‘वीजा आवेदन पांच सितंबर को किया गया था लेकिन ट्रैवल एजेंसी की ओर से तकनीकी खामी के चलते विलंब हुआ। कल तक 600 वीजा आवेदन लंबित थे लेकिन अब अधिकांश को स्वीकृति मिल गई है जिसमें मारक्वेज का वीजा भी शामिल है।’

उन्होंने कहा, ‘कुछ लोग, जिन्होंने फॉर्म सही तरह से नहीं भरा था वे छूट गए हैं। आप इसमें कुछ नहीं कर सकते क्योंकि आपको कानून का पालन करना होता है। अधिकांश टीम अधिकारी और राइडर पहले ही यहां पहुंच चुके हैं।’

फार्मूला वन इंडियन ग्रैंड प्रिक्स के बंद होने के बाद भारत पहली बार मोटरस्पोर्ट में इस स्तर की प्रतियोगिता की मेजबानी करने जा रहा है। वित्तीय, कर और नौकरशाही से जुड़े मुद्दों के कारण 2013 सत्र के बाद फार्मूला वन इंडियन ग्रैंड प्रिक्स को कैलेंडर से हटा दिया गया था।

नोट: यह भाषा इनपुट के आधार पर बनाई गई है।