हिमांशु अग्निहोत्री। एक ओर सरकार पैरा खिलाड़ियों को सुविधा प्रदान करने के लिए हरसंभव कोशिश में जुटी है, लेकिन उसकी योजना धरातल पर खरी उतरती नहीं दिख रही है। इसका एक उदाहरण खेलो इंडिया पैरा गेम्स की शुरुआत वाले दिन देखने को मिला। केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने गुरुवार 20 मार्च 2025 को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम परिसर के केडी जाधव इंडोर हॉल में द्वितीय खेलो इंडिया पैरा गेम्स का उद्घाटन किया।
इस बीच एक ऐसा नजारा देखने को मिला जिससे सुरक्षा व्यवस्था और इंतजामात पर सवाल उठा दिए। इंदिरा गांधी स्टेडियम के जिम्नास्टिक हॉल में बैडमिंटन की स्पर्धाएं चल रही थीं। इस बीच वहां 3 बंदर पहुंच गए। यह तो अच्छा हुआ कि उन्होंने किसी खिलाड़ियों को कुछ नुकसान नहीं पहुंचाया, नहीं तो कुछ भी हो सकता था, खिलाड़ी चोटिल हो सकते थे। इस संबंध में जब संबंधित अधिकारियों से पूछा गया तो वह मामला टालते दिखते लगे।
जनसत्ता संवाददाता हिमांशु अग्निहोत्री ने इस संबंध में जब इंदिरा गांधी स्टेडियम का प्रबंधन देखने वाले एक अधिकारी से पूछा तो उन्होंने कहा, ‘स्टेडियम की देखभाल सीपीडब्ल्यूडी की ओर से की जाती है।’ जब उनसे बंदरों के जिम्नास्टिक हॉल में होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘ओह…। अच्छा…। अब तक जानकारी नहीं मिली है। अभी तो आपने ही पहली बार फोन किया है मुझे। अब तक किसी ने मुझे बताया नहीं। मैं इधर… उद्घाटन चल रहा है ना… केडी जाधव हॉल में।’
यह पूछने पर कि यदि बंदर कोर्ट पर किसी को नुकसान पहुंचा दें या किसी को भी कुछ हो जाए तो उसका कौन जिम्मेदार होगा? तो वह बोले, ‘मैं एक बार चेक करा लेता हूं।’ जब स्पोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (साई) के मीडिया मैनेजर से इस बाबत संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा, ‘हमारी पूरी कोशिश है कि खिलाड़ियों और दर्शकों को एरिना के अंदर कोई परेशानी न हो। अगर कोई समस्या है तो उसे तत्काल प्रभाव से ठीक करवाया जाएगा।’ इसके अलावा अन्य किसी भी सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया।
नीचे पैरा बैडमिंटन की प्रतिस्पार्धा के दौरान जिम्नास्टिक हॉल में बंदरों के पहुंचने का वीडियो भी शेयर किया गया है। देखें Video