Mohammed Shami vs Hasin Jahan: आईपीएल 2023 में खेल रहे मोहम्मद शमी अपनी गेंदबाजी के दम पर गुजरात टाइटंस को जीत दिलाने में जुटे हुए हैं। दूसरी ओर उनकी पत्नी हसीन जहां इस तेज गेंदबाज के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई हैं। कलकत्ता हाई कोर्ट से राहत न मिलने के बाद हसीन जहां ने शमी की गिरफ्तारी के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।

अपनी याचिका में हसीन जहां ने आरोप लगाया है कि मोहम्मद शमी ने उनसे दहेज की मांग की थी। इसके अलावा उन्होंने शमी पर टीम के साथ विदेशी दौरों के दौरान अफेयर रखने का भी आरोप लगाया।

शमी के अरेस्ट वारंट पर लगी थी रोक

इससे पहले साल 2019 में सेशन कोर्ट ने शमी के खिलाफ अरेस्ट वारंट और क्रिमिनल ट्रायल पर रोक लगा दी थी। इसी कारण हसीन जहां हाई कोर्ट गई। इस साल की शुरुआत में कोलकाता की कोर्ट ने शमी को ऑर्डर दिया था कि वो हर महीने 50 हजार रुपए हसीन जहां को बतौर एलमनी देंगे। हालांकि जहां ने 10 लाख रुपए की मांग की थी. यहां भी फैसला उनके पक्ष में नहीं हुआ है और इसी वजह से वह सुप्रीम कोर्ट पहुंची हैं।

जहां ने लगाए गंभीर आरोप

जहां ने आगे ये भी दावा किया कि मोहम्मद शमी अपने प्रोस्टिटयूट के संपर्क में रहने के लिए दूसरे मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते थे। ये फोन लाल बजार पुलिस ने जब्त किया लेकिन अब भी शमी के उन लड़कियों के साथ रिश्ते हैं।

2018 में शुरू हुआ पूरा विवाद

इस पूरे विवाद की शुरुआत साल 2018 में हुई थी। उस समय हसीन जहां के आरोपों के बाद मोहम्मद शमी और उनके भाई हसीब अहमद से पूछताछ की गई थी। इस पूछताछ के बाद अलीपोर कोर्ट में शमी के खिलाफ अरेस्ट वारंट इशू किया गया था। हालांकि बाद में इसपर रोक लग गई थी।

हसीन जहां ने शमी पर मैच फिक्सिंग के भी आरोप लगाए थे। बीसीसीआई के एंटी करप्शन यूनिट ने इस मामले की जांच की थी और शमी को क्लीन चिट दी थी।