वर्ल्ड कप 2023 में मोहम्मद शमी ने बेहतरीन गेंदबाजी की। उन्होंने 7 मैच में 24 विकेट लिए। वह टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन। उत्तर प्रदेश के अमरोहा के रहने वाले इस तेज गेंदबाज का यह तीसरा वर्ल्ड कप था। उनका यह तीसरा वर्ल्ड कप था। इससे पहले वह 2019 और 2015 वर्ल्ड कप खेले थे। दोनों में ही उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था।

मोहम्मद शमी ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि वह 2015 वर्ल्ड कप चोटिल घुटने के साथ खेले थे। उन्होंने वर्ल्ड कप खेलने के लिए सर्जरी तक टाल दी। टूर्नामेंट से पहले उनके घुटने में सूजन आ गई थी और उन्हें टूर्नामेंट से पहले या बाद में सर्जरी कराने पर फैसला लिया था। टीम इंडिया के खिलाफ मैच खेलने के बाद होटल जाते थे तो वहीं शमी अस्पताल जाकर इंजेक्शन लेते थे।

जब आप देश के लिए खेलते हैं, तो आप सब कुछ भूल जाते हैं

शमी ने कहा, ” 2015 टूर्नामेंट से पहले मेरे घुटने में सूजन थी। कोई और नहीं कह सकता था, लेकिन मेरे पास दर्द सहने की क्षमता है और मुझे दो विकल्प बताए गए थे – या तो सीधे सर्जरी करा लें या टूर्नामेंट खेलें और फिर सर्जरी कराएं। टीम हर मैच के बाद होटल लौट आती थी। मैं इंजेक्शन लेने के लिए अस्पताल जाता था। जब आप देश के लिए खेलते हैं, तो आप सब कुछ भूल जाते हैं।”

घुटने की सर्जरी पर क्या बोले शमी

बाद में शमी के घुटने का ऑपरेशन हुआ। इसे लेकर उन्होंने कहा, “मैं दो घंटे तक बेहोश था। जब मैं उठा, तो मैंने डॉक्टर से पूछा कि मैं कब खेलना शुरू कर सकता हूं। उन्होंने जवाब दिया कि अगर तुम बिना लंगड़ाए चलोगे तो यह एक बड़ी उपलब्धि होगी, खेलना भूल जाओ। यह सब इस पर निर्भर करता है कि तुम रिहैब कैसे करते हो।”