मोहम्मद शमी ने मंगलवार 4 मार्च 2025 को दुबई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल के दौरान भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लिए। हालांकि, वह अपनी नियमित लय से अभी दूर हैं। शमी ने रिवर्स स्विंग की कमी पर भी अफसोस जताया। उन्होंने कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद में वैश्विक नियामकों से गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध हटाने की गुहार लगा रहे हैं।
आईसीसी ने साल 2020 में कोविड-19 महामारी के बाद क्रिकेट की पूर्ण वापसी से कुछ समय पहले 2022 गेंद पर लार लगाने पर प्रतिबंध लगाया था। इस्तेमाल की गई गेंद के एक तरफ चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल करने से तेज गेंदबाजों को 50 ओवर के मुकाबले के बाद के चरणों में खुरदुरे हिस्से से रिवर्स स्विंग हासिल करने में मदद मिलती है।
लार के इस्तेमाल की मंजूरी देने की अपील
लार की जगह अब खिलाड़ी गेंद को चमकाने के लिए अपने शरीर के पसीने का इस्तेमाल करते हैं। शमी ने ऑस्ट्रेलिया पर भारत की जीत के बाद संवाददाताओं से कहा, हम रिवर्स करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन खेल में लार का इस्तेमाल नहीं हो रहा है। हम लगातार लार के इस्तेमाल की मंजूरी देने की अपील कर रहे हैं और रिवर्स स्विंग के साथ यह दिलचस्प होगा।
लंबे स्पैल गेंदबाजी करने के लिए तैयार हैं शमी
34 साल के शमी ने बांग्लादेश के खिलाफ पांच विकेट लेकर टूर्नामेंट की शुरुआत की। हालांकि, पाकिस्तान के खिलाफ मैच में वह बहुत लय में नहीं दिखे। मोहम्मद शमी ने बताया कि वह अब भी अपने सर्वश्रेष्ठ आकार में लौटने का लक्ष्य बना रहे हैं। शमी ने कहा, ‘मैं अपनी लय वापस पाने और टीम के लिए और अधिक योगदान देने की कोशिश कर रहा हूं। मैं लंबे स्पैल गेंदबाजी करने के लिए तैयार हूं।’
टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने शमी की प्रशंसा करते हुए उन्हें ‘विश्व स्तरीय खिलाड़ी’ बताया। गौतम गंभीर ने कहा, ‘वह असाधारण हैं। वह जिस तरह से प्रैक्टिस करता है, जिस तरह से अभ्यास करता है, यही कारण है कि आप ये सभी परिणाम देखते हैं।’