भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 मैच की सीरीज के तीसरे टेस्ट के पहले दिन राष्ट्रगान के दौरान भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज भावुक हो गए। उनकी आंख से आंसू बहने लगे थे। पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद इस बारे में पूछे जाने पर सिराज ने कहा कि उन्हें पिता की याद आ गई थी। वे उस दौरान अपने पिता के बारे में सोच रहे थे जिनका नवंबर में निधन हो गया था। इस तेज गेंदबाज ने भारत के लिए खेलने के सपने को पूरा करने के लिए तब आस्ट्रेलिया में ही ठहरने का फैसला किया था।

कैमरे में कैद हुए इस भावुक क्षण के बारे में पूछने पर सिराज ने कहा, ‘‘उस समय पिता की याद आ गई। मैं बहुत भावुक था। वह मुझे टेस्ट क्रिकेट खेलते हुए देखना चाहते थे। काश वह मुझे भारत के लिये खेलते हुए देख पाते।’’ सिराज ने पुकोवस्की को शार्ट बाउंसर डालने के बारे में कहा, ‘‘पिछले मैच (अभ्यास मैच) में हम उसे शार्ट गेंदबाजी कर रहे थे और इस मैच में भी हमने ऐसी ही कोशिश की क्योंकि वह उन्हें छोड़ नहीं रहा था बल्कि खेल रहा था। इसलिये योजना उसे बाउंसर से हैरान करने की थी। ’’

भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने सिडनी की पिच को बल्लेबाजी के मुफीद बताते हुए कहा कि इससे स्पिनरों को जो टर्न मिल रहा है। आस्ट्रेलिया ने पहले दिन स्टंप तक दो विकेट गंवाकर 166 रन बना लिए थे। स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन अच्छी लय में लग रहे थे। इससे पहले पदार्पण कर रहे सलामी बल्लेबाज विल पुकोवस्की ने 62 रन की पारी खेली। सिराज ने कहा, ‘‘यह बहुत ही सपाट विकेट है। हमारी योजना ज्यादा कुछ आजमाने के बजाय दबाव बनाने की थी क्योंकि यह बल्लेबाजों के लिये बहुत ही आसान विकेट है। पिछले मैचों की तुलना में यहां बाउंसर भी प्रभावी नहीं हो रहे।’’

ऋषभ पंत के दो बार पुकोवस्की का कैच छोड़े जाने के बारे में पूछने पर कि क्या इससे गेंदबाजों का मनोबल प्रभावित होता है तो सिराज ने कहा, ‘‘यह खेल का हिस्सा है और जब ऐसा होता है तो बतौर गेंदबाज आप इससे निराश होते हो। लेकिन इसके बारे में हम कुछ नहीं कर सकते। इसलिए अगले ओवर पर ध्यान लगाना ज्यादा महत्वपूर्ण होता है।’’ जब पुकोवस्की 26 रन पर थे तो पंत ने अश्विन की गेंद पर उनका कैच छोड़ दिया। इसके बाद वे 42 रन पर थे तो सिराज की गेंद पर कैच टपका दिया।