आईपीएल 2025 के बीच राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम, हैदराबाद से पूर्व भारतीय क्रिकेट मोहम्मद अजहरुद्दीन के नाम पर बने स्टैंड को हटाने का आदेश जारी किया गया है। हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) के नैतिक अधिकारी और लोकपाक जस्टिस वी ईश्वरैया ने एक आदेश जारी कर स्टेड बॉडी से कहा है कि राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, उप्पल के उत्तरी पवेलियन स्टैंड से पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन का नाम हटाया जाए।
हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम से हटेगा अजहरुद्दीन स्टैंड
लॉर्ड्स क्रिकेट क्लब द्वारा अजहरुद्दीन का नाम हटाने के लिए एक याचिका दायर की गई थी, क्योंकि जब वह एचसीए के अध्यक्ष थे, तब स्टैंड का नाम उनके नाम पर रखा गया था। इससे पहले इस स्टैंड का नाम वीवीएस लक्ष्मण के नाम पर थे, लेकिन अजहर ने उनका नाम हटाकर अपना नाम वहां लिखवा दिया। क्रिकबज के अनुसार न्यायमूर्ति वी ईश्वरैया ने अपने 25-पृष्ठ के फैसले में कहा कि यहां पर हितों के टकराव का मामला साफ तौर पर बनता है। इस आदेश के बाद अजहरुद्दीन का नाम मैच के टिकटों पर भी नहीं होगा। इस फैसले के बाद लॉर्ड्स क्रिकेट क्लब ने खुशी जाहिर की और कहा कि यह एक ईमानदार फैसला है।
अजहर ने कहा- फैसले को देंगे चुनौती
वहीं इस मामले पर 62 साल के पूर्व क्रिकेटर अजहरुद्दीन का कहना है कि वो इस बात के दुखी हैं कि खिलाड़ी और कप्तान के रूप में लगभग दो दशक की सेवा के बावजूद उनके साथ ऐसा व्यवहार किया गया। वो इस फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती देंगे। अजहर ने द हिंदू से बात करते हुे कहा कि इसमें हितों का कोई टकराव नहीं है और मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। मैं इस स्तर तक नहीं गिरना चाहता क्योंकि इससे क्रिकेट जगत इस एसोसिएशन पर हंसेगा। 17 साल क्रिकेट, लगभग 10 साल टीम के कप्तान के रूप में मैंने काम किया और हैदराबाद में क्रिकेटरों के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है। यह अच्छी स्थिति नहीं है और मैं सौ फीसदी अदालत का रुख करूंगा और फिर कानून अपना काम करेगा।
आपको बता दें कि भारत के लिए खेलते हुए अजहरुद्दीन ने 99 टेस्ट मैचों में 45.03 की औसत से 6,215 रन और 334 वनडे मैचों में 36.92 की औसत से 9,378 रन बनाए थे। टेस्ट में उनके नाम 22 और वनडे में 7 शतक दर्ज हैं। उन्होंने 47 टेस्ट और 174 वनडे मैचों में भारत की कप्तानी भी की थी। क्रिकेट में मैच फिक्सिंग की वजह से भारतीय टीम की कप्तानी छोड़नी पड़ी थी और उन्हें बीसीसीआई ने बैन कर दिया था।