ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम ने युवाओं को मौका देने के लिए इस साल होने वाली विश्व चैम्पियनशिप और एशियाई खेलों (Asian Games) में नहीं खेलने का फैसला किया है। इसके अलावा छह बार की विश्व चैम्पियन ने कहा कि, वह बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games) के लिए अपनी तैयारियों पर ध्यान लगाना चाहती हैं।

आपको बता दें कि आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप तुर्की के इस्तांबुल में 6 से 21 मई तक खेली जाएगी। वहीं 2022 राष्ट्रमंडल खेल (Commonwealth Games) 28 जुलाई से और 2022 एशियाई खेल (Asian Games) 10 सितंबर से शुरू होंगे।

भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) को एक संदेश में मैरीकॉम ने कहा, ‘‘मैं युवा पीढ़ी को अंतरराष्ट्रीय मंच पर खुद का नाम बनाने और बड़े टूर्नामेंट में ‘एक्सपोजर’ और अनुभव हासिल करने का मौका देने के लिए इन टूर्नामेंट में भाग नहीं लेना चाहूंगी। मैं अपना ध्यान सिर्फ राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारियों पर ही लगाना चाहूंगी।’’

बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह ने एक बयान में कहा, ‘‘मैरीकॉम पिछले दो दशक से भारतीय मुक्केबाजी की सिरमौर रही हैं और उन्होंने दुनिया भर में अनगिनत मुक्केबाजों और खिलाड़ियों को प्रेरित किया है। हम उनके फैसले का पूरा सम्मान करते हैं और अन्य मुक्केबाजों को मौका देना उनके चैम्पियन व्यक्तित्व का ही प्रमाण है। ’’

विश्व चैम्पियनशिप के लिए सभी 12 वर्गों के चयन ट्रायल सोमवार से शुरू होकर बुधवार को खत्म होंगे। ट्रायल्स में एशियाई खेलों के वजन वर्ग भी शामिल हैं जो आईबीए जैसे ही हैं। एशियाई खेलों के लिए पुरूषों के चयन ट्रायल्स मई में जबकि पुरूष और महिलाओं के लिए राष्ट्रमंडल खेलों के ट्रायल्स जून में कराए जाएंगे।

‘मैग्निफिसेंट मैरी’ की उपलब्धियां

‘मैग्निफिसेंट मैरी’ नाम से मशहूर मैरीकॉम की उपलब्धियां जग जाहिर हैं। 6 बार वर्ल्ड चैंपियन और ओलंपिक मेडलिस्ट होने के अलावा वह भारतीय संसद में राज्यसभा की सदस्य भी हैं। 2014 एशियन गेम्स और 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में वह गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बॉक्सर बनी थीं। उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री जैसे पुरस्कारों से भी नवाजा जा चुका है।

इतना ही नहीं उनके जीवन की उपलब्धियों और शुरुआती परिश्रम पर आधारित एक बायोपिक भी बन चुकी है। उनकी बायोपिक में प्रियंका चोपड़ा ने उनका किरदार निभाया था। हाल ही में टोक्यो ओलंपिक में विफल होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी थी और 2024 पेरिस ओलंपिक में खेलने की बात कही थी।