दिग्गज भारतीय मुक्केबाज मैरी कॉम ने गुरुवार, 25 जनवरी को कहा कि उन्होंने संन्यास की घोषणा नहीं की है। उन्होंने रिटायरमेंट्स की रिपोर्ट्स का खंडन करते हुए बुधवार को एक सार्वजनिक कार्यक्रम में दिए गए बयान पर स्पष्टीकरण दिया। मैरी कॉम ने कहा कि वह यह बताना चाहती थीं कि आयु सीमा के कारण ओलंपिक में हिस्सा नहीं ले सकतीं।
मैरी कॉम ने संन्यास की खबरों को खारिज करते हुए कहा, ” मैंने अभी तक संन्यास की घोषणा नहीं की है और मेरी बातों का गलत मतलब निकाला गया । जब भी मुझे इसकी घोषणा करनी होगी मैं खुद मीडिया के सामने आऊंगी। मैंने कुछ मीडिया रिपोर्ट्स देखी हैं, जिनमें कहा गया है कि मैंने संन्यास की घोषणा कर दी है और यह सच नहीं है।
मैरी कॉम ने क्या कहा?
मैरी कॉम ने कहा, “मैं 24 जनवरी 2024 को डिब्रूगढ़ में एक स्कूल कार्यक्रम में थी, जहां मैं बच्चों को प्रेरित कर रही था और मैंने कहा, “मुझमें अभी भी खेलों में उपलब्धि हासिल करने की भूख है, लेकिन उम्र सीमा मुझे ओलंपिक में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं देती है। हालांकि, मैं अपने खेल जारी रख सकती हूं। मैं अभी भी अपनी फिटनेस पर ध्यान दे रही हूं और जब भी मैं संन्यास की घोषणा करूंगी तो सभी को सूचित करूंगी।”
मैरी कॉम ने साबित किया उम्र महज नंबर
मैरी कॉम ने आखिरी बार 2019 में विश्व चैंपियनशिप पदक जीता था। यह उनका 8वां पदक था और इसने उन्हें विश्व चैंपियनशिप में सर्वाधिक पदक जीतने वाली मुक्केबाज बना दिया। उन्होंने उम्र को मात देते हुए 2021 में एशियन चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। मुक्केबाजी में मैरी कॉम के शानदार सफर के बारे में छह बार वर्ल्ड एमेच्योर बॉक्सिंग चैम्पियनशिप जीतने की उनकी असाधारण उपलब्धि से पता चलता है। यह एक ऐसा रिकॉर्ड जो महिला वर्ग में बेजोड़ है।
वर्ल्ड चैम्पियनशिप में 8 पदक
मैरी कॉम ने पहली जीत 2002 में दर्ज की थी। इसके बाद के उन्होंने चैंपियनशिप में अपना दबदबा कायम रखा। उन्होंने 2018 में नई दिल्ली में गोल्ड जीता। छह गोल्ड के अलावा उन्होंने एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज भी हासिल किया है। इससे उनकी वर्ल्ड चैम्पियनशिप पदक संख्या आठ हो गई है। वह यह उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाली एकमात्र मुक्केबाज है। उनके अलावा किसी महिला या पुरुष मुक्केबाज ने ऐसा नहीं किया है।