भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज मनोज तिवारी ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के नए निर्देश का समर्थन करते हुए कहा है कि सभी को इसका पालन करना चाहिए। बीसीसीआई ने केंद्रीय अनुबंधित भारतीय खिलाड़ियों के लिए रिटेनरशिप सूची की घोषणा की थी और मौजूदा रणजी ट्रॉफी सीजन में अपनी-अपनी राज्य टीमों के लिए खेलने में विफल रहने के बाद श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को इससे बाहर कर दिया था।

सबके लिए नियम समान होने चाहिए

मनोज तिवारी ने स्पोर्ट्स नाउ से बात करते हुए कहा कि नियम सभी के लिए समान होना चाहिए और सबको इसका पालन भी करनी चाहिए। इशान किशन ने दक्षिण अफ्रीका के दौरे के बीच में ही भारतीय टीम छोड़ दी थी और इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में नहीं खेले थे जबकि श्रेयस अय्यर ने विजाग में इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच खेला था।

मनोज तिवारी ने कहा कि देखिए, खिलाड़ियों को केंद्रीय अनुबंध से हटाने से बचा जा सकता था, हालाँकि मुझे नहीं पता कि बीच में उनकी क्या बातचीत हुई थी, लेकिन अब यह सभी के लिए एक खुला संदेश है कि यदि खिलाड़ी उपलब्ध हैं, तो उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना होगा, और इसी तरह आपको इस टूर्नामेंट की रक्षा करनी है। उन्होंने आगे कहा कि मैंने अपने ट्वीट में भी यही कहा था कि अब एक या दो व्यक्तियों को नहीं बल्कि सभी को अपनी जगह पर आना चाहिए। नियम सभी के लिए समान होना चाहिए और सबको इसे मानना भी चाहिए।

मनोज तिवारी ने आगे कहा कि मैंने युवा और स्थापित खिलाड़ियों को घरेलू मैचों के दौरान केवल आईपीएल के बारे में बात करते देखा है। यहां तक कि जोनल मैचों में भी, जब मैं खेलता था, तो उनकी चर्चा पूरी तरह से आईपीएल पर आधारित होती थी और यह मैंने करीब से देखा है। आपको बता दें कि इशान किशन का मुंबई इंडियंस के साथ 15.25 करोड़ रुपये का करार है जबकि श्रेयस अय्यर कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान हैं।