बांग्लादेश के जाने-माने तेज गेंदबाजर कोच महबूब अली जकी का शनिवार (27 दिसंबर) को सिलहट इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में राजशाही वॉरियर्स के खिलाफ ढाका कैपिटल्स के बांग्लादेश प्रीमियर लीग (BPL) मैच से पहले दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। जकी, कैपिटल्स के असिस्टेंट कोच थे। वह अपनी टीम के मैच से पहले की रूटीन के दौरान अचानक गिर गए।
जकी को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने कुछ ही देर बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। वह 59 साल के थे। मैच तय समय पर हुआ। खिलाड़ियों, कोचों और मैच अधिकारियों ने जकी के लिए एक मिनट का मौन रखा। बीसीबी के साथ जकी पिछले 17 सालों से काम कर रहे थे।
बोर्ड ने क्या कहा?
बोर्ड ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, “अपने खेलने के करियर के बाद, महबूब अली जकी ने खुद को कोचिंग और प्लेयर डेवलपमेंट के लिए समर्पित कर दिया। वह 2008 में हाई परफॉर्मेंस कोच के तौर पर बीसीबी से जुड़े और अपने काम से देश में तेज गेंदबाजी के विकास में अहम योगदान दिया।”
तस्कीन अहमद की बॉलिंग एक्शन सुधारने में की मदद
जकी बीसीबी के गेम डेवलपमेंट डिपार्टमेंट में स्पेशलिस्ट पेस-बॉलिंग कोच थे। उन्हें पहली बार 2016 में तस्कीन अहमद के साथ काम करने के लिए पहचान मिली, जब उस गेंदबाज के बॉलिंग एक्शन को अवैध बताया गया था। जकी ने देश के कई तेज गेंदबाजों के साथ मिलकर काम किया। साथ ही बांग्लादेश टीम के साथ काम करने वाले अलग-अलग विदेशी गेंदबाजी कोचों के साथ भी तालमेल बनाए रखा।
फास्ट-बॉलिंग एकडेमी खोलना चाहते थे
जकी एक मिलनसार इंसान थे। वह बांग्लादेश में भारत के एमआरएफ पेस फाउंडेशन जैसी एक फास्ट-बॉलिंग एकडेमी खोलना चाहते थे। खेलते वक्त वह एक फास्ट बॉलर थे और उन्होंने नेशनल क्रिकेट चैंपियनशिप में कोमिला जिले का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने ढाका प्रीमियर लीग में बांग्लादेश के सबसे मशहूर क्लब अबाहानी लिमिटेड के लिए भी खेला था।
