Kuldeep Yadav Comeback in Test Cricket: टीम इंडिया (Team India) के चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) ने टेस्ट क्रिकेट (Test Cricket) में शानदार वापसी की है। बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच (IND vs BAN 1st Test) में उन्होंने न सिर्फ गेंद से बल्कि बल्ले से भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। पहले उन्होंने 40 रन बनाए और फिर गेंदबाजी करने आए तो 4 विकेट झटक लिए, जिससे साकिब अल हसन की टीम बैकफुट पर चली गई है। उसपर फॉलोऑन का खतरा मंडरा रहा है।
रविचंद्रन अश्विन के साथ कुलदीप यादव की बेहतरीन साझेदारी (Kuldeep Yadav Partnership with Ravichandran Ashwin)
टीम इंडिया पहले टेस्ट के दूसरे दिन (Team India on Day 2 of 1st Test) बल्लेबाजी के लिए उतरी तो उसने श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) का विकेट का गंवा दिया। वह 86 रन बनाकर आउट हुए। तब टीम इंडिया (Team India) का स्कोर 293 रन था। इसके बाद बल्लेबाजी करने कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) आए। उन्होंने रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) का बखूबी साथ दिया। दोनों के बीच 92 रन की साझेदारी हुई। टीम इंडिया (Team India) 400 का आंकड़ा पार कर गई।
बांग्लादेश के बल्लेबाजों पर कहर बनकर टूटे कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav bags 4 wicket of Bangladesh)
बांग्लादेश (Bangladesh) की शुरुआत अच्छी नहीं रही। पहली ही गेंद पर मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) ने नजमुल हुसैन शंटो (Najmul Hussain Shanto) को पवेलियन भेज दिया। मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) ने 3 विकेट झटके। इसके अलावा बंग्लादेशी बल्लेबाजों पर कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) कहर बनकर टूटे। उन्होंने 10 ओवर में 33 रन देकर 4 विकेट झटक लिए।
कुलदीप यादव का बयान (Kuldeep Yadav’s statement)
कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) ने 4 विकेट लेने के बाद कहा, “मैं थोड़ा नर्वस था। मैं बहुत लकी था कि मुझे पहले ओवर में विकेट मिला। मोमेंटम मिल गया। कुछ ओवरों के बाद मैंने अच्छा महसूस करना शुरू कर दिया। अपनी गति और विविधता का मिश्रण करने लगा। ओवर द विकेट और राउंड द विकेट दोनों एंगल इस्तेमाल किया। मुझे टर्न मिल रहा था और मैं इसका आनंन्द ले रहा था।
पिच को लेकर कुलदीप यादव का बयान (Kuldeep Yadav’s statement regarding the pitch)
कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) ने आगे कहा, “चोटिल होने के बाद मैंने अपनी लय पर काम करना शुरू किया। थोड़ा तेज गेंद करने की कोशिश की। इससे मुझे बहुत मदद मिल रही है। मैं स्पिन से समझौता नहीं कर रहा हूं। जब मैं बल्लेबाजी कर रहा था तो मुझे लगा कि स्पिनरों के लिए पिच में कुछ खास नहीं है। बल्लेबाजी के दौरान मुझे किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। मुझे लगा कि यह पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी रहेगी। कूकाबूरा गेंद से कलाई के स्पिनर्स को ऐसे विकेट्स से टर्न और बाउंस मिलता है।”