कर्नाटक के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक कृष्णप्पा गौतम ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी और इसके बाद घरेलू क्रिकेट में उनके 14 साल के प्रोफेशनल करियर का अंत हो गया है। गौतम को उनके क्रिकेट करियर में भारत के लिए सिर्फ एक ही वनडे मैच खेलने का मौका मिल पाया था।
कृष्णप्पा गौतम ने किया संन्यास का ऐलान
गौतम की पहचान एक शानदार ऑफ-स्पिनर के रूप में थी जो निचले क्रम में अपना पावर-हिटिंग के लिए भी जाने जाते थे। गौतम ने 2012 रणजी ट्रॉफी सीजन में उत्तर प्रदेश के खिलाफ कर्नाटक के लिए फर्स्ट-क्लास डेब्यू किया और अपने पहले ही मैच में सुरेश रैना और भुवनेश्वर कुमार को आउट किया था। उनकी आक्रामक बैटिंग और गेंद से सही समय पर विकेट लेने की काबिलियत ने जल्द ही उन्हें कर्नाटक की टीम का अहम हिस्सा बना दिया।
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साल 2016-17 का रणजी सीजन उनके करियर का टर्निंग पॉइंट था जिसमें उन्होंने सिर्फ 8 मैचों में 27 विकेट लेकर खुद को एक ऑलराउंडर के तौर पर साबित किया। अगले साल उन्होंने मैसूर में असम के खिलाफ अपना पहला फर्स्ट-क्लास शतक लगाया और इसके बाद ये साफ हो गया कि वह बल्ले और गेंद दोनों से असरदार हैं। गौतम ने भारत के लिए एक वनडे खेला था जिसमें उन्होंने 49 रन देकर एक विकेट लिए थे और एक ही रन बनाए थे।
गौतम ने 59 फर्स्ट क्लास मैचों में कुल 224 विकेट हासिल किए थे जबकि इतने ही मैचों में उन्होंने 1419 रन एक शतक और 5 अर्धशतक की मदद से बनाए थे। इसके अलावा उन्होंने 68 लिस्ट ए मैचों में 96 विकेट लिए थे जबकि एक अर्धशतक के साथ 630 रन भी बनाए थे। इसके अलावा उन्होंने 92 टी20 मैचों में 74 विकेट लिए थे और 2 अर्धशतक की मदद से 734 रन बनाए थे। गौतम ने अपने क्रिकेट करियर में कुल 394 विकेट लिए थे जबकि 2783 रन भी बनाए थे। गौतम ने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स, सीएसके, पंजाब किंग्स और लखनऊ सुपर जायंट्स का प्रतिनिधित्व भी किया।
