भारत की लंबी दूरी की धाविका कविता राउत ने 12वें दक्षिण एशियाई खेलों की महिला मैराथन का स्वर्ण पदक जीतकर ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया जिससे भारत ने शुक्रवार को यहां एथलेटिक्स में अपने अभियान का शानदार अंत किया। कविता ने दो घंटे 38 मिनट और 38 सेकेंड के समय के साथ मैराथन स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता और रियो ओलंपिक की महिला मैराथन स्पर्धा के लिए क्वालीफाई करने वाली चौथी भारतीय धाविका बनी। रियो खेलों के लिए महिला मैराथन का क्वालीफाइंग स्तर दो घंटे और 42 मिनट है।
भारत ने शीर्ष पर अपनी जगह और मजबूत कर ली है। उसके नाम पर अब 146 स्वर्ण, 79 रजत और 23 कांस्य पदक सहित कुल 248 पदक दर्ज हो गए हैं। मेजबान से काफी पीछे श्रीलंका 157 पदकों के साथ दूसरे स्थान पर है। उसने 25 स्वर्ण, 53 रजत और 79 कांस्य पदक हासिल किए हैं। पाकिस्तान सात स्वर्ण, 23 रजत और 43 कांस्य सहित कुल 73 पदक लेकर तीसरे स्थान पर बना हुआ है।
एथलेटिक्स में शुक्रवार को आखिरी दिन था और 30 वर्षीय कविता ने महिला मैराथन में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करके इसे खास बना दिया। ओपी जैशा, ललिता बाबर और सुधा सिंह पहले ही ओलंपिक की महिला मैराथन स्पर्धा के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं। श्रीलंका की एनजी राजशेखर (दो घंटे 50 मिनट और 47 सेकेंड) को रजत जबकि बी अनुराधी (दो घंटे 52 मिनट और 15 सेकेंड) को कांस्य पदक मिला। नाशिक की कविता सैग खेलों के जरिए ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली एकमात्र भारतीय एथलीट हैं।
रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके एक अन्य भारतीय नितेंदर सिंह रावत ने दो घंटे 15 मिनट और 18 सेकेंड के साथ पुरुष मैराथन का स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने एक सेकेंड के अंतर से श्रीलंका के इंद्रजीत कूरे को पछाड़ा जो रियो खेलों के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं। तकनीकी समिति के एक सदस्य ने बताया कि रावत और कूरे दोनों समाप्ति रेखा को पार करने को लेकर सुनिश्चित नहीं थे और उन्हें लगा कि स्टेडियम में एक लैप लगाने के बाद रेस खत्म होगी। यही कारण है कि स्वर्ण और रजत के समय में सिर्फ एक सेकेंड का अंतर है। कूरे ने दो घंटे 15 मिनट और 19 सेकेंड के साथ रजत पदक जीता जबकि भारत के ही खेता राम दो घंटे 21 मिनट और 14 सेकेंड के साथ कांस्य पदक जीतने में सफल रहे। खेता राम भी ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं। शुक्रवार के दो स्वर्ण और एक कांस्य पदक के साथ भारत ने एथलेटिक्स स्पर्धा का अंत 28 स्वर्ण, 22 रजत और नौ कांस्य पदक के साथ किया।
निशानेबाजी में रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके चैन सिंह ने अपना दूसरा स्वर्ण पदक जीता जबकि अन्य भारतीय निशानेबाजों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन करके इस प्रतियोगिता में देश का दबदबा बरकरार रखा। भारत ने शुक्रवार को दांव पर लगे चारों स्वर्ण पदक जीते। छब्बीस वर्षीय चैन सिंह ने पुरुषों की दस मीटर एअर राइफल में अपने सीनियर साथी गगन नारंग को पीछे छोड़कर स्वर्ण पदक जीता। कालियापारा शूटिंग रेंज में गुरुवार को 50 मीटर राइफल प्रोन का स्वर्ण जीतने वाले चैन ने 204.6 का स्कोर बनाया।
गगन ने 2012 लंदन ओलंपिक में इसी स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था और यहां भी उन्हें कांसे के तमगे से ही संतोष करना पड़ा। वे 50 मीटर राइफल प्रोन में भी चैन से हार गए थे। बांग्लादेश के मोहम्मद सोवोन चौधरी ने कुल 203.6 के स्कोर के साथ रजत पदक जीता। चैन, नारंग और इमरान खान की भारतीय त्रिमूर्ति ने दस मीटर एअर राइफल में 1863.4 स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता। बांग्लादेश ने रजत और श्रीलंका ने कांस्य पदक हासिल किया।
पुरुषों की व्यक्तिगत 20 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल में भारत ने तीनों पदक जीते। नीरज कुमार ने 569 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता। गुरप्रीत सिंह (566) और महेंद्र सिंह (563) ने क्रम से रजत और कांस्य पदक जीते। नीरज, गुरप्रीत और महेंद्र की तिकड़ी ने कुल 1698 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता। पाकिस्तान को रजत और श्रीलंका को कांस्य पदक मिला। भारतीयों की निगाहें शनिवार से मुक्केबाजी रिंग पर टिकी रहेंगी जिसमें एमसी मेरीकाम और शिव थापा जैसे स्टार मुक्केबाज भाग ले रहे हैं। भारत इस प्रतियोगिता में सभी दस स्वर्ण पदक जीतने की कोशिश करेगा।