भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर नवजोत सिंह सिद्धू के कमरे में जब उनकी पत्नी आ जाती हैं तो वह ध्यान की मुद्रा में चले जाते हैं। यह बात कपिल शर्मा के शो में नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने बताई थी। करीब चार साल पहले कपिल शर्मा के शो में नवजोत कौर सिद्धू ने बतौर गेस्ट हिस्सा लिया था। उसे शो में नवजोत सिंह जज की कुर्सी पर विराजमान थे। आमतौर पर शो में जब भी कोई गेस्ट आता था तो पूर्व भारतीय बल्लेबाज उसके सम्मान में शायरी कहते थे, लेकिन जब उनकी पत्नी आईं तो उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा।

नवजोत कौर के शो में पहुंचने पर कपिल ने कहा, ‘भाभाजी आपका हमारे शो में बहुत-बहुत स्वागत है। आप हमारी पालनहार बनकर आईं हैं।’ कपिल ने फिर सिद्धू की ओर मुखातिब होते हुए कहा, ‘हां जी, शेर नहीं कोई आ रहा क्या हुआ?’ इस पर नवजोत कौर ने अपने पति की ओर देखते हुए कहा, ‘अरे किसी की जुल्फ को बादल, किसी की आंखों को सागर कहते हो। किसी के सूखे हुए गालों को लाल टमाटर कहते हो। अरे कब तक दूसरी हसीनाओं के हुस्न के कसीदे पढ़ोगे जनाब। कभी इधर भी देखो। कभी इधर भी तारीफ करो, क्यों डरे-डरे से रहते हो?’ कपिल सिद्धू की ओर देखते हुए तपाक से बोले, ‘अब आपकी बारी। जनता जानना चाहती है क्या आपके पास इनके लिए कोई शेर है?’

सिद्धू कुछ बोलने ही वाले थे तभी उनकी पत्नी ने कहा, ‘सारे फूल खत्म हो गए। सारे पत्ते सूख गए। सारी फूल-सब्जियां खत्म हो गईं। बहार चली गई।’ इस पर सिद्धू ने कहा, ‘ओए तू चुपकर सुन तो सही। देखो जी बंदा चाहे शेर हो जाए। सवा शेर हो जाए। बब्बर शेर हो जाए। लेकिन बब्बर शेरों की सवारी तो दुर्गा ही करती है।’ इस पर शो में बैठी सभी ऑडियंस ताली बजाने लगे। तब कपिल ने कहा, ‘मैं एक और चीज पूछना चाहूंगा कि भाभीजी दूसरी हीरोइन आती हैं तो ये बोलते हैं कि आपकी आंखें, ये वो, लेकिन आज यह बहुत धार्मिक सी बात कर दी आपने।’

इस पर नवजोत कौर सिद्धू ने कहा, ‘मेरे समय पर ना। जब मैं कमरे में जाऊं तो पता नहीं क्या कुछ मजे में बैठे होते हैं। लेकिन जैसे ही मैं कमरे में पहुंचती हूं तो ध्यान की मुद्रा में बैठ जाते हैं। कहते हैं कि मेरा ध्यान का टाइम हो गया है।’ इसके बाद कपिल ने नवजोत कौर से कहा, ‘आपको मैं बताता हूं कि और कहां-कहां ध्यान करते हैं। भाभी आज सारे पत्ते खुलेंगे।’ सिद्धू कहते हैं, ‘तू मेरा बैंड बजा रहे है ओए।’

इसके बाद टीवी स्क्रीन पर सिद्धू के पुरानी क्लिप दिखाई जाती हैं। यह देखकर नवजोत कौर कटार निकाल लेती हैं और सिद्धू की ओर घूरकर देखती हैं। नवजोत कौर ने कहा, ‘मुझे देखकर इनको मंत्र याद आते हैं। पूछते हैं गायत्री मंत्र आता है। इस पर सिद्धू ने कहा, तो इसमें क्या झूठ है। तू ही मेरा मंदिर। तू ही मेरा गुरुद्वारा। तू ही मेरी मस्जिद। क्या झूठ है?’