भारत की स्टार क्रिकेटर झूलन गोस्वामी महिला वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज हैं। उन्होंने 182 मैच में 225 विकेट लिए हैं। टी20 में उन्होंने 56 विकेट अपने नाम किए हैं। महिला टेस्ट क्रिकेट में झूलन ने 10 मैच में 40 विकेट लिए हैं। इस सफलता के पीछे उनकी कड़ी मेहनत है। पश्चिम बंगाल के चकदाहा की रहने वाली झूलन का करियर 1997 में कोलकाता के ईडन गार्डन्स में हुए एक मैच के बाद से बदल गया। उस मैच को देखने के बाद ही उन्होंने क्रिकेट में अपना भविष्य बनाने का निर्णय लिया था।

झूलन ने 15 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया था। वे चकदह से रोजाना 80 किलोमीटर ट्रेन से सफर कर वो ट्रेनिंग करने जाती थीं। झूलन उस समय कोलकाता में अभ्यास करती थीं। वहीं पर उनका प्रैक्टिस सेशन चलता था। हर रोज सुबह साढ़े चार बजे वो ट्रेन पकड़ लेती थीं। इस दौरान कभी-कभी ट्रेन छूट भी जाती थी। अकेली बेटी को रोज 80 किमी दूर भेजने के बाद माता-पिता की परेशान रहते थे। लगातार चिंता बनी रहती थी। इसके बावजूद उन्होंने हमेशा झूलन का साथ दिया।

1997 में झूलन को महिला वर्ल्ड कप का फाइनल देखने का मौका मिला था। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की टीमें आमने-सामने थीं। उस मैच में झूलन ‘बॉल गर्ल’ थीं। उन्होंने अपने सामने दुनिया की दिग्गज महिला खिलाड़ियों को खेलते देखा। करीब से बेलिंडा क्लार्क, डेबी हॉकी, कैथरीन फिट्जपैट्रिक जैसी महान खिलाड़ियों को देखने का मौका मिला। उनके खेल ने झूलन को बहुत इंस्पायर किया। इस मैच से पहले वो सिर्फ क्रिकेट खेल रही थीं। मैच देखने के बाद उन्होंने क्रिकेट को अपना करियर बनाने का फैसला किया।

झूलन भारत के लिए पहला वनडे मुकाबला जनवरी 2002 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ खेली थीं। इसके बाद जनवरी में ही लखनऊ में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे मैच खेली थीं। 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ ही डर्बी में ही उन्हें पहला टी20 खेलने का मौका मिला था। झूलन ने अपना पिछला टेस्ट 2014 में दक्षिण अफ्रीका, पिछला वनडे 2019 में वेस्टइंडीज और पिछला टी20 बांग्लादेश के खिलाफ खेली थीं।