पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाज जावेद मियांदाद ने प्रधानमंत्री इमरान खान को लेकर दिए गए अपने बयान को माफी मांग ली है। मियांदाद ने 10 दिन पहले इमरान खान पर देश को धोखा देने का आरोप लगाया था। मियांदाद ने इमरान को लेकर कहा था, ‘‘मैं मदद न करता तो इमरान प्रधानमंत्री न बन पाते। इमरान ने देश को धोखा दिया। अब मैं उन्हें सियासत सिखाउंगा। जो मुल्क के लिए गलत होगा उसे मैं गलत कहूंगा।’’ अब उन्होंने माफी मांगते हुए कहा है कि वे अपने शब्दों को लेकर आहत हैं। खासकर प्रधानमंत्री से माफी मांगता हूं क्योंकि उस समय मैं पाकिस्तानी टीम के प्रदर्शन से निराश था।

दरअसल, मियांदाद के भतीजे फैसल इकबाल को एक घरेलू टीम का कोच बनाया गया है। इसके बाद उनके तेवर ठंडे पड़ गए हैं। उन्होंने एआरवाय न्यूज से बात करते हुए गलती मानी। मियांदाद ने कहा, ‘‘मेरे अंदर देश के प्रधानमंत्री और पूरी दुनिया में फैले पाकिस्तान क्रिकेट के प्रशंसकों के प्रति पूरा सम्मान है।” पाकिस्तान की टीम फिलहाल इंग्लैंड में टेस्ट और टी20 सीरीज खेलने के लिए गई है। टीम पहले टेस्ट में जीते हुए मुकाबले को हार गई थी। इसके बाद मियांदाद ने प्रधानमंत्री पर कई आरोप लगाए थे। मियांदाद ने इमरान पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में गलत लोगों को नियुक्त करने का भी आरोप लगाया था।

मियांदाद ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा था, ‘‘इमरान खुद को खुदा समझने लगे हैं। मनमाने फैसले ले रहे हैं। उन्हें लगता है कि पीसीबी (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) चलाने के लिए काबिल लोग ही नहीं हैं। इसलिए उन्होंने बोर्ड में विदेशियों की नियुक्ति की है, जिन्हें क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं पता। अगर बोर्ड में बैठे विदेशी करप्शन करके भाग गए, तो फिर इन्हें कौन पकड़ेगा? अगर मेरी कही एक भी बात गलत या झूठ है, तो इमरान इसका खंडन करें।’’

दरअसल, मियांदाद ने इमरान खान के बहाने पीसीबी के डायरेक्टर और सीईओ वसीम खान और चेयरमैन एहसान मनी पर हमला बोला। मियांदाद को उम्मीद थी कि उन्हें पीसीबी का चेयरमैन या डायरेक्टर बनाया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ब्रिटिश पासपोर्ट हासिल कर चुके वसीम और एहसान मनी को पद सौंपा गया। मियांदाद ने इमरान पर घरेलू क्रिकेटरों को बेरोजगार करने का भी आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि इमरान ने जानबूझकर डिपार्टमेंट क्रिकेट बंद किया। इससे खिलाड़ी बेरोजगार हो गए हैं। इसका जवाब कौन देगा?