अनुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच भरत अरुण की उस दलील से सहमत नहीं हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि भारत ने टॉस जीता होता तो मौजूदा आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप में उनके लिए चीजें अलग होतीं। हरभजन सिंह ने यहां तक कहा कि खिलाड़ियों को सिर्फ अपने खेल पर ध्यान देना चाहिए। खुद सेलेक्टर्स बनने के बजाय उन्हें उनका काम करने देना चाहिए।
एक चैनल के शो में हरभजन से पूछा गया था, ‘2019 वनडे वर्ल्ड कप की तरह टी20 विश्व कप के लिए भी टीम कुछ अलग तैयार हो रही थी, लेकिन खिलाई कुछ और। ऐन मौके पर युजवेंद्र चहल को ड्राप कर दिया। यहां तक कि दीपक चाहर पर भी काफी मेहनत की गई थी, लेकिन उनको भी छोड़ दिया गया। श्रेयस अय्यर को छोड़ दिया। सेलेक्टर्स को यह बताकर कि ये फिट हो जाएंगे उनकी जगह ऐसे खिलाड़ियों को ले गए, जो पूरी तरह फिट नहीं थे। फिर चाहे वे हार्दिक पंड्या हों, भुवनेश्वर कुमार हों या फिर वरुण चक्रवर्ती। क्या इन खिलाड़ियों के लिए चयन का पैमाना बदला है? किसी के लिए पैमाना कुछ है। किसी के लिए पैमाना कुछ है?’
इस सवाल पर हरभजन ने कहा, ‘देखिए यह तो मुझे पता नहीं है कि किसी घायल खिलाड़ी को इस आधार पर ले जाया गया कि वह ठीक हो जाएगा। लेकिन मुझे लगता है कि अब कुछ बदलाव करने का समय आ गया है। सेलेक्टर्स को अपना काम करने दें। खिलाड़ियों को खुद सेलेक्टर्स बनने की बजाय अपने खेल पर ध्यान देना चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘यदि आप खुद ही सेलेक्टर बनने लगोगे तो फिर सेलेक्टर का तो कुछ काम ही नहीं रह गया। अगर टीम मैनेजमेंट या टीम मैनेजमेंट के ऊपर के हिस्से के जो कुछ बंदे हैं, वे टीम चयन करेंगे तो फिर सेलेक्टर्स का क्या काम?’ उन्होंने आगे कहा, ‘मेरा मानना है कि सेलेक्टर्स को अपना काम करने दीजिए। आप सिर्फ और सिर्फ यह देखिए कि टीम कैसे चलानी है। कैसे टीम को आगे लेकर जाना है। वह होना चाहिए।’
हरभजन ने कहा, ‘अभी मैंने सुना कि बॉलिंग कोच भरत अरुण ने कहा कि टॉस जीत जाते तो हम यह कर लेते, वो कर लेते। देखिए ये सब बाद की बातें हैं। टॉस जीतकर भी अगर आप यह सोच लेते कि आपने पहले बल्लेबाजी करनी है। चेन्नई सुपरकिंग्स पहले बल्लेबाजी कर उसी मैदान पर जीता कि नहीं। उन्होंने 190 रन बनाए।’
हरभजन ने कहा, ‘मेरा कहने का मतलब है कि आपको रन बनाने होंगे। यह मानना होगा कि हमने अच्छी क्रिकेट नहीं खेली। इस फैक्ट को स्वीकार करिए कि हमने वैसी क्रिकेट नहीं खेली, जैसी हम खेल सकते थे। हमसे जितनी अपेक्षाएं थीं, हम उन पर खरे नहीं उतरे। साधारण सी बात है। इसमें कोई किंतु परंतु वाली बात नहीं है कि हम टॉस जीत जाते तो मैच जीत जाते।’
हरभजन ने कहा, ‘ऐसा नहीं है। बहुत सी टीमों ने टॉस नहीं जीता, लेकिन मैच जीता। ऐसी बातें तो वे टीमें करती हैं, जो शायद अभी बन रही हैं। भारत की टीम मजबूत टीम है। चैंपियन टीम है। अगर उनके कोचेस ऐसे बहाने बनाएंगे तो यह वाजिब बात नहीं है। सही बात नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘ऐसा किसी भी टीम के साथ हो सकता है। यह समस्या नहीं है। इसलिए आगे बढ़िए। यह एक सीख है। आगेऐसे बयान नहीं दें। कोशिश करें कि इससे बढ़िया क्रिकेट खेलें।’