भारत में फुटबॉल का सबसे बड़ा घरेलू टूर्नामेंट इंडियन सुपर लीग (ISL) का नया सीजन 20 नवंबर से शुरू हो रहा है। इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए देश-विदेश से खिलाड़ी गोवा पहुंच रहे हैं। गोवा के तीन स्टेडियम में ही बिन दर्शकों के सभी मुकाबले खेले जाएंगे। एटीके मोहन बगान की ओर से खेलने वाले फिजी के रॉय कृष्णा के साथ अजीबोगरीब घटना हुई है। उन्होंने 24 सितंबर को टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए अपने होमटाउन लबासा से फ्लाइट पकड़ा था और 40 दिन बाद वे ट्रेनिंग करने पहुंचे।

दरअसल, कृष्णा को 40 दिन में 4 कनेक्टिंग फ्लाइट पकड़नी पड़ी। इस दौरान 10 बार उनका Covid-19 टेस्ट हुआ। 33 साल का यह फुटबॉलर तीन अलग-अलग देशों में 30 दिन क्वारंटीन रहा। आईएसएल में कृष्णा को टॉप खिलाड़ी के तौर पर गिना जाता है। वे अपनी यात्रा को ज्यादा से ज्यादा दो दिन में समाप्त कर सकते थे, लेकिन कोरोना काल में ऐसा नहीं हुआ। कृष्णा ने लबासा से फिजी के ही नाडी के लिए फ्लाइट पकड़ा। इसके बाद न्यूजीलैंड के ऑकलैंड गए। वहां से ऑस्ट्रेलिया के सिडनी। फिर सिडनी से नई दिल्ली और अंत में गोवा पहुंचे।

कृष्णा ने कहा, ‘‘मैं पागल हो गया था। मैं हर समय खुद को सैनिटाइज ही करता था। हर जगह की सफाई करता था और हमेशा मास्क पहने रहता था।’’ कृष्णा ने कोलकाता के लिए 21 मैच में 15 गोल दागे हैं। वे एटीके के लिए सबसे ज्यादा गोल करने वाले संयुक्त रूप से नंबर के खिलाड़ी हैं। पिछले साल एटीके तीसरी बार चैंपियन बनी थी। कृष्णा ऑस्ट्रेलियन लीग में वेलिंग्टन फियोनिक्स की ओर से खेलते हुए 2018-19 में बेस्ट प्लेयर चुने गए थे।

इस साल एटीके ने अक्टूबर के अंत से तैयारियां शुरू कर दी थीं। कृष्णा ने बताया, ‘‘वे एक महीने पहले ही यहां पहुंचना चाहते थे। मैंने एक घंटे से ज्यादा समय वाला फ्लाइट नाडी के लिए पकड़ा। वहां इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। नाडी से तीन घंटे से ज्यादा समय वाले फ्लाइट में बैठकर ऑकलैंड पहुंचा। वहां 14 दिन क्वारंटीन रहा।’’ कृष्णा के पास न्यूजीलैंड की भी नागरिकता है। वहां वे अपने रिश्तेदार के पास थे। सिडनी के लिए फ्लाइट पकड़ने से पहले ऑस्ट्रेलिया ने नियमों में कई बदलाव किए थे। इससे कृष्णा को ज्यादा समय लग गया।

कृष्णा ने बताया कि 14 अक्टूबर को उन्होंने ऑकलैंड से सिडनी के लिए फ्लाइट लिया। वहां दो दिन क्वारंटीन रहे। इसके बाद 13 घंटे लंबी फ्लाइट से वो 17 अक्टूबर को दिल्ली पहुंचे। वहां उन्हें एक दिन क्वारंटीन में गुजारना पड़ा। इसके बाद अगले दिन गोवा पहुंचे और आईएसएल के नियमों के मुताबिक 14 दिन तक क्वारंटीन रहे।