Ishan Kishan out of Playing 11: टीम इंडिया ( Team India) और श्रीलंका (Sri Lanka) के बीच वनडे सीरीज खेली जा रही है। पहले मैच में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज के आखिरी मैच में दोहरा शतक जमाने वाले इशान किशन (Ishan Kishan) को प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिली। बाएं हाथ के क्रिकेटर को बेंच पर बैठाने से काफी हंगामा हुआ। वेंकटेश प्रसाद और आकाश चोपड़ा समेत कई पूर्व क्रिकेटरों ने टीम मैनेजमेंट के फैसले पर सवाल उठाए है, लेकिन यह फैसला चौंकाने वाला नहीं है।

भारतीय क्रिकेट में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब किसी क्रिकेटर को पिछले मैच में शानदार प्रदर्शन के बाद ड्रॉप किया गया है। करुण नायर (Karun Nair) को टेस्ट मैच की पारी में 300 से ज्यादा रन बनाने के बाद प्लेइंग 11 से ड्रॉप कर दिया गया था। धीरे-धीरे वह टीम से ही बाहर हो गए। 2016 में उन्होंने ट्रिपल सेंचुरी लगाई और इसके बाद केवल तीन टेस्ट ही खेल पाए। 2017 के बाद वह टीम से ही बाहर हो गए। उनका करियर केवल 6 मैच का रहा है।

कुलदीप यादव को किया गया था ड्रॉप

बांग्लादेश के खिलाफ दिसंबर 2022 में टेस्ट सीरीज के दौरान भी ऐसा वाक्या देखने को मिला था। दूसरे टेस्ट में स्टार क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) के साथ मिलकर शानदार साझेदारी करके टीम इंडिया को न सिर्फ मुश्किल स्थिति से उबारा था, बल्कि जीत भी दिलाई थी। इसके बाद कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने ट्वीट करके तंज कसा था कि उन्हें डर है कि कहीं अगले मैच से रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ड्रॉप न हो जाएं। उन्होंने यह बात पहले मैच में शानदार गेंदबाजी करके मैन ऑफ द मैच रहे कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) के ड्रॉप किए जाने के बाद कही थी।

ये क्रिकेट भी हो चुके हैं दोहरा शतक जड़ने के बाद ड्रॉप

क्रिकेट इतिहास में इंग्लैंड के दिग्गज ज्योफ्री बायकॉट से लेकर इशान किशन किशन तक की क्रिकटेर हुए हैं, जो 200 रन जड़ने के बाद अगले मैच में ड्रॉप हुए हैं। वनडे क्रिकेट में केवल इशान किशन ही ऐसे खिलाड़ी हैं। टेस्ट नें बायकॉट के अलावा श्रीलंका के अरविंद डी सिल्वा और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी के साथ ऐसा हो चुका है। डी सिल्वा 2002 और गिलेस्पी 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ ही दोहरा शतक जड़ा था।