इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का चर्चित ‘इंपैक्ट प्लेयर’ नियम 16 अक्टूबर से शुरू होने वाली सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी में इस्तेमाल किया जाएगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की शीर्ष परिषद ने शुक्रवार 7 जुलाई 2023 को इसे मंजूरी दी।
‘इंपैक्ट प्लेयर’ नियम पिछले सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी में शुरू हुआ था, लेकिन खिलाड़ी को 14वें ओवर में या इससे पहले लाना होता था और उसका नाम टॉस से पहले बताना होना था। हालांकि, अब यह अगले सत्र से बदल जाएगा और वैसा ही इस्तेमाल होगा जैसा आईपीएल में होता है।
टीमों को टॉस से पहले अंतिम एकादश के अलावा चार स्थानापन्न खिलाड़ियों के नाम तय करने की अनुमति भी दी जाएगी। हर टीम इन चार स्थानापन्न खिलाड़ियों में से केवल एक को ही ‘इंपैक्ट प्लेयर’ के तौर पर इस्तेमाल कर सकती है। नए इम्पैक्ट प्लेयर नियम को लेकर जारी दिशानिर्देश के अनुसार, ‘दोनों टीमों को हर मैच में एक ‘इंपैक्ट प्लेयर’ का इस्तेमाल करने की अनुमति होगी। यह हालांकि अनिवार्य नहीं है।’
इम्पैक्ट प्लेयर नियम को लेकर बंटी हुई है दिग्गजों की राय
आईपीएल की सभी दसों टीमों ने व्यापक रूप से ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ का इस्तेमाल किया था, लेकिन इसे लेकर दिग्गजों की राय बंटी थी। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग और दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कोच ने कहा था कि इससे टीम में एक ऑलराउंडर की भूमिका लगभग खत्म हो गई है।
BCCI की शीर्ष परिषद ने एशियाड के लिए टीमों को भी दी मंजूरी
शीर्ष परिषद ने सितंबर-अक्टूबर में हांगझोउ एशियाई खेलों के लिए पुरुष और महिला टीमों की भागीदारी को भी मंजूरी दे दी है। पुरुष स्पर्धा 28 सितंबर से शुरू होगी, जिसमें दोयम दर्जे की भारतीय टीम हिस्सा लेगी, जबकि 19 सितंबर से शुरू हो रही महिलाओं की स्पर्धा में मुख्य टीम शिरकत करेगी। एशियाई खेलों के इतिहास में क्रिकेट केवल 3 बार ही खेला गया है। पिछली बार एशियाई खेल 2014 में इंचियोन में हुए थे। उसमें भारतीय क्रिकेट टीम ने हिस्सा नहीं लिया था।
इस बार के एशियाई खेल 5 अक्टूबर से शुरू हो रहे पुरुष वनडे विश्व कप के लगभग आसपास ही आयोजित हो रहे हैं। बीसीसीआई ने एक नोट में कहा कि व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम को देखते हुए एशियाई खेलों के लिए टीम उतारना एक चुनौती होगी, लेकिन राष्ट्र के लिए खेलना भी महत्वपूर्ण है। भारतीय टीम चुनौतियों से उबरते हुए दोनों वर्गों में खेलेगी। भारत पुरुष और महिला वर्ग दोनों में स्वर्ण पदक जीतने का प्रबल दावेदार है।