इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2020 के भविष्य पर अब तक फैसला नहीं हो पाया है। कोरोनावायरस के कारण इसे फिलहाल 15 अप्रैल तक टाल दिया गया है। हालांकि, ओलंपिक के टलने के बाद इनके रद्द होने का खतरा मंडराने लगा है। फैंस भी आईपीएल होने या न होने की जानकारी मिलने को लेकर बहुत क्रेजी हैं।

इस बीच आईपीएल के पहले शतकवीर यानी न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान ब्रैंडन मैकुलम ने विराट कोहली की अगुआई वाली रॉयल चैलेंजर्स बंगलौर (आरसीबी) को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। क्रिकबज को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि आखिर आरसीबी क्यों आईपीएल की चोकर्स बनी हुई है। अच्छे खिलाड़ियों के होने का बावजूद क्यों वह अब तक एक बार भी चैंपियन नहीं बन पाई है। वहीं, महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) कैसे 3 बार चैंपियन बनने में सफल रही है।

मैकुलम दोनों टीमों की ओर से खेल चुके हैं। वे आईपीएल में आखिरी बार 2018 में आरसीबी के लिए खेले थे। उनका आखिरी मैच सीएसके के खिलाफ ही था। मैकुलम ने 2008 यानी आईपीएल के पहले सीजन में कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) की ओर से खेलते हुए आरसीबी के खिलाफ 158 रन बनाए थे। मैकुलम ने कहा, चेन्नई की टीम अपने खिलाड़ियों के प्रति वफादार है। यही कारण है कि उसके सभी खिलाड़ी एक टीम की तरह खेलते हैं। चेन्नई ने पिछले सीजन में भी आईपीएल का फाइनल खेला था।

बंगलौर की टीम अब तक सिर्फ दो बार (2009 और 2016) ही फाइनल में पहुंच पाई है। ऐसा नहीं है कि टीम में स्टार खिलाड़ियों की कमी हो। विराट कोहली के अलावा 360 डिग्री बल्लेबाज एबी डिविलियर्स, क्रिस गेल और मैकुलम जैसे धाकड़ बल्लेबाज भी आरसीबी का हिस्सा रहे हैं। मैकुलम के मुताबिक, ‘बंगलौर की टीम में ‘बेकार का शोर’ बहुत है। उसके पास आगे बढ़ने के लिए कोई उचित प्लान नहीं होता।’

मैकुलम ने बताया, ‘चेन्नई ऐसी टीम है जो अपने खिलाड़ियों को चुनने में वफादारी देखती है। उनकी चुनी टीम पर यह रणनीति काम करती है। चेन्नई अपने खिलाड़ियों को साथ लेकर चलती है। वहीं, बंगलौर परफेक्शन चाहती है, लेकिन परफेक्ट बनने से पीछे भागती है। उसके पास इसका कोई ब्लूप्रिंट नहीं होता कि कैसे खेलना है। चेन्नई की टीम में बेकार का शोर बहुत कम होता है, जबकि बंगलौर के पास काफी होता है।’