इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में राजस्थान रॉयल्स (RR) से भले ही राहुल द्रविड़ की अचानक विदाई हो गई हो, लेकिन यह चौंकाने वाला फैसला नहीं है। इसे लेकर कुछ समय से चर्चा चल रही थी। आईपीएल 2025 में फ्रेंचाइजी के 9वें नंबर पर रहने के बाद द्रविड़ का पद पर बने रहना मुश्किल था।
भारतीय टीम के टी20 वर्ल्ड कप चैंपियन बनने के बाद द्रविड़ फिर से रॉयल्स से जुड़े थे। ऐसे में टीम से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। द्रविड़ की विदाई ऐसे समय पर हुई जब फ्रेंचाइजी और संजू सैमसन के बीच सबकुछ ठीक न होने की बात चल रही थी। ऐसे में सवाल यह है कि क्या सैमसन भी राजस्थान रॉयल्स से विदा हो जाएंगे? ऐसी भी रिपोर्ट्स हैं कि फ्रेंचाइजी 3 धड़े में बंटी हुई है।
द्रविड़-रॉयल्स प्रबंधन के बीच जुलाई से ही बातचीत चल रही थी
क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार द्रविड़ और रॉयल्स प्रबंधन के बीच जुलाई से ही बातचीत चल रही थी, जब लंदन में आईपीएल 2025 के प्रदर्शन की समीक्षा हो रही थी। ऐसा माना जा रहा है कि उन्हें टीम से जोड़े रखने के इच्छुक मनोज बडाले ने उन्हें एक अलग पद की पेशकश की थी। फ्रेंचाइजी ने शनिवार को अपनी विज्ञप्ति में इसका जिक्र भी किया था, लेकिन द्रविड़ ने प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।
IPL 2025: बात संजू सैमसन के ट्रेड की हो रही थी, लेकिन राजस्थान रॉयल्स से विदा हो गए राहुल द्रविड़
द्रविड़ और सैमसन में नियमित असहमतियां थीं
सैमसन अपनी चोट के अलावा आईपीएल 2025 के दौरान राजस्थान रॉयल्स के कैंप में चली रही चीजों से नाखुश थे। हालांकि, कप्तान की नाराजगी के लिए सिर्फ द्रविड़ ही जिम्मेदार नहीं हो सकते। माना जा रहा है कि द्रविड़ और सैमसन के बीच कोच और कप्तान के बीच होने वाली आम, सामान्य और नियमित असहमतियां ही थीं। ऐसा नहीं था कि दोनों का रिश्ता पूरी तरह से बिगड़ गया था।
फ्रेंचाइजी में 3 गुट
टीम को लेकर चर्चाओं से पता चलता है कि फ्रेंचाइजी में तीन अलग-अलग विचारधाराएं चल रही थीं। एक गुट रियान पराग के पक्ष में था, जिन्होंने कुछ मैचों में टीम की कप्तानी की। दूसरे ने यशस्वी जायसवाल को भविष्य का कप्तान बताया। तीसरे ने सैमसन को कप्तान बनाए रखने की वकालत की।
क्या सैमसन बने रहेंगे
अब सवाल यह है कि क्या द्रविड़ के चले जाने के बाद सैमसन टीम में बने रहेंगे। इसका सीधा जवाब है यह पूरी तरह से खिलाड़ी के हाथ में नहीं है। द्रविड़ की मौजूदगी या गैरमौजूदगी से कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि सैमसन का फ्रेंचाइज़ी के साथ रिश्ता उस मुकाम पर पहुंच गया है जहां उन्होंने फ्रेचाइजी से ट्रेड या रिलीज करने को कह दिया। यह साफ तौर पर दर्शाता है कि वह एक नई दिशा तलाश रहे हैं।
गेंद राजस्थान रॉयल्स के पाले में
पेंच यह है कि टीम छोड़ना सैमसन का फैसला नहीं हो सकता। वह अगले दो साल के लिए फ्रेंचाइजी-खिलाड़ी अनुबंध से बंधे हैं और उनके पास टीम में बने रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा, जब तक कि रॉयल्स उन्हें रिलीज या ट्रेड नहीं करती। तीन चीजें संभव हैं: सैमसन को किसी अन्य फ्रेंचाइजी में ट्रेड किया जा सकता है, ऑक्शन पूल में भेज दिया जाए या नाखुश होकर भी रॉयल्स के साथ बने रहें।