इंडियन प्रीमियर लीग 2026 (IPL 2026) का ऑक्शन बीते हुए एक हफ्ते से ज्यादा वक्त हो गया है, लेकिन मंगेश यादव को यकीन नहीं हो रहा कि वह आईपीएल में खेलने वाले हैं। नीलामी के दिन उन्हें उम्मीद थी कि कोई एक टीम बोली लगाएगी, लेकिन चार टीमों ने उनके लिए बोली लगाई। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने उन्हें 5.2 करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा। यह रकम उनकी जिंदगी बदलने के लिए काफी है। मंगेश एक लेफ्ट-आर्म ऑलराउंडर हैं, जो 140 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से गेंद फेंक सकते हैं।
मंगेश की शुरुआत में खासियत दाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए बाहर की तरफ एंगल लेती हुई गेंद थी। समय के साथ उन्होंने गेंद को अंदर की तरफ लाने पर काम किया और कुछ धीमी गेंद भी डेवलप कीं। आरसीबी की प्लेइंग 11 में वह यश दयाल की जगह ले सकते हैं। उनके स्काउट्स का मानना है कि मंगेश को सीधे प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है। क्रिकइंफो के अनुसार सात साल पहले तक मंगेश पैसे कमाने के लिए टेनिस-बॉल के खेलते थे। वह उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में लोकल टूर्नामेंट खेलने के लिए बिना रिजर्वेशन वाले ट्रेन की डिब्बों या सरकारी बसों में सफर करते थे। इन मैचों से होने वाली कमाई से वह आत्मनिर्भर बने।
नोएडा से शुरू हुआ क्रिकेटर बनने का सफर
मंगेश का एक अच्छा क्रिकेटर बनने का सफर 16 साल की उम्र में शुरू हुआ जब वह नोएडा आए। उनके पारिवारिक दोस्त सुनील सिन्हा ने एक लोकल टूर्नामेंट में मंगेश को खेलते हुए देखने के बाद उनके पिता को उनके टैलेंट के बारे में बताया। उस टूर्नामेंट में मंगेश ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ बने थे और उन्हें कैश प्राइज के तौर पर 21,000 रुपये मिले थे। नोएडा में, वह मिचेल जॉनसन और आरपी सिंह के एक्शन की कॉपी करते करते फूलचंद शर्मा के वंडर क्रिकेट क्लब से जुड़ गए।
तन्मय श्रीवास्तव ने की मदद
जाने-माने कोच फूलचंद ने भुवनेश्वर कुमार, शिवम मावी और पूर्व रेलवे सीमर अनुरित सिंह को ट्रेन किया था।मंगेश ने अपने नेचुरल लेफ्ट-आर्म एंगल और स्विंग से फूलचंद को प्रभावित किया और अगले तीन सालों के लिए अपनी हॉस्टल फीस माफ करवा ली। एकेडमी में मंगेश ने यूपी के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के मौजूदा अंपायर तन्मय श्रीवास्तव को भी इम्प्रेस किया, जो वहां कोचिंग सेशन देते थे। तन्मय ने मंगेश को स्पाइक्स (जूते), किट, कपड़े, क्रिकेट का सारा सामान सालों तक दिया।
आनंद राजन ने बनाया रास्ता
तन्मय श्रीवास्तव ने मंगेश को यूपी टीम में जगह दिलाने में मदद करने की कोशिश की, लेकिन मंगेश के करियर में बड़ा बदलाव तब आया जब आईपीएल और मध्य प्रदेश के पूर्व तेज गेंदबाज आनंद राजन ने कदम बढ़ाया। श्रीवास्तव की सिफारिश पर मंगेश को वह इंदौर ले आए। मंगेश को सही माहौल में रखा, लगातार खेलने का मौका दिलाया और प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में आगे बढ़ने का रास्ता बनाया।
जबलपुर से खेलकर मध्य प्रदेश की टीम में जगह बनाई
राजन ने मंगेश को जबलपुर में जिला ट्रायल्स के लिए भेजा। उन्होंने तुरंत टीम में जगह बनाई और एक सीजन में 35-40 विकेट लिए। इससे मंगेश को मध्य प्रदेश की टीम में जगह बनाने में मदद मिली। मंगेश को तमिलनाडु में 2024 के बुची बाबू इनविटेशनल टूर्नामेंट के लिए मध्य प्रदेश की टीम में जगह मिली। लेकिन उन्हें पहचान 2025 एमपीटी20 से मिली।
फ्लाइट कैंसिल होने के कारण नहीं दे पाए ट्रायल
ग्वालियर चीताज के लिए खेलते हुए मंगेश ने छह मैचों में 14 विकेट लिए और उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया। इसी समय आईपीएल स्काउट्स ने उन पर ध्यान दिया। उन्होंने मुंबई इंडियंस, आरसीबी, दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के साथ ट्रायल दिया। दिसंबर की शुरुआत में पूरे देश में बड़े पैमाने पर फ्लाइट कैंसिल होने के कारण सनराइजर्स हैदराबाद और पंजाब किंग्स के साथ उनके ट्रायल नहीं हो पाए।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में दमदार प्रदर्शन
मंगेश को आखिरकार अपने एमपीटी20 परफॉर्मेंस के दम पर 2025-26 सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सीनियर टीम में डेब्यू करने का मौका मिला। उन्होंने दो मैचों में तीन विकेट लिए और पंजाब के खिलाफ 12 गेंदों में 28 रन बनाकर अपनी हिटिंग काबिलियत भी दिखाई।
