इंडियन प्रीमियर लीग 2026 से पहले होने वाले ऑक्शन में लंबा समय है, लेकिन खिलाड़ियों के ट्रेड और रिलीज होने को लेकर लगातार खबरें सामने आ रही हैं। फिलहाल जानकारी सामने आई है कि चेन्नई सुपर किंग्स और दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की राहें जुदा हो सकती हैं। इस अलगाव का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि इस अनुभवी ऑफ स्पिनर ने विदा होने का मन बना लिया है और फ्रेंचाइजी को इस बारे में बता दिया है।
क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार पिछले कुछ दिनों से चेन्नई में एमएस धोनी और ऋतुराज गायकवाड़ सहित सीएसके के शीर्ष अधिकारी और खिलाड़ियों की मुलाकात हुई है। हालांकि, यह जानकारी सामने नहीं आई है कि अश्विन को सीएसके से भविष्य की योजनाओं को लेकर कोई संकेत मिले हैं या नहीं, लेकिन बैठक में फ्रेंचाइजी ने आगामी सीजन की योजनाओं पर चर्चा जरूर की होगी। फिलहाल फ्रेंचाइजी और अश्विन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
IPL 2026: संजू सैमसन को ही क्यों जोड़ना चाहती है चेन्नई सुपर किंग्स? ये हैं 4 प्रमुख कारण
सीएसके एकेडमी से भी अश्विन हो सकते हैं बाहर
अगर रविचंद्रन अश्विन और चेन्नई सुपर किंग्स की राहें जुदा होती हैं तो अनुभवी स्पिनर को सीएसके एकेडमी में ऑपरेटिंग मैनेजर की भूमिका छोड़नी पड़ सकती है। इस पद पर वह पिछले एक साल से हैं। अगर वह किसी अन्य फ्रेंचाइजी से जुड़ते हैं तो हितों के टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है, जिससे वह बचना चाहेंगे।
अश्विन को आईपीएल सर्किट में निश्चित रूप से खरीदार मिलेंगे
221 मैचों में 7.29 की शानदार इकॉनमी रेट से 187 विकेट और 118 के स्ट्राइक रेट 833 रन वाले अनुभवी अश्विन को आईपीएल सर्किट में निश्चित रूप से खरीदार मिलेंगे। दिलचस्प बात यह है कि क्या खिलाड़ी को किसी अन्य फ्रेंचाइजी में ट्रेड किया जाएगा या वह नीलामी में जाएंगे। पिछले सीजन में उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्से के लिए नौ मैच खेले थे।
CSK-संजू सैमसन के अरमानों पर पानी न फेर दे राजस्थान रॉयल्स, ट्रेड को लेकर क्या है पेंच
नौ साल बाद चेन्नई सुपर किंग्स में वापसी
अश्विन को सीएसके ने 9.75 करोड़ रुपये में खरीदा था। वह नौ साल बाद अपनी घरेलू फ्रेंचाइजी लौटे थे। 2016 और 2024 के बीच उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स, पंजाब किंग्स और राजस्थान रॉयल्स का प्रतिनिधित्व किया। अनुभवी ऑफ स्पिनर ने अपना आईपीएल सफर सीएसके के साथ शुरू किया और अपने पहले छह सीजन (2009-2015) एमएस धोनी की अगुवाई वाली टीम के साथ बिताए।