इंडियन प्रीमियर लीग 2025 (IPL 2025) में दिल्ली कैपिटल्स (DC) ने शानदार प्रदर्शन किया है। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) को हराकर फ्रेंचाइजी ने इतिहास रचा। 18 साल के इतिहास में पहली बार टीम लगातार 4 मैच जीती। अक्षर पटेल की अगुआई वाली टीम अंक तालिका में दूसरे नंबर पर है। आईपीएल 2025 से पहले फ्रेंचाइजी ने कप्तान के साथ-साथ कोचिंग यूनिट में भी बदलाव किया था। दिग्गज रिकी पोंटिंग की जगह भारत के पूर्व खिलाड़ी हेमंग बदानी को दिल्ली कैपिटल्स का कोच बनाया गया।

भारत के लिए 4 टेस्ट और 40 वनडे खेलने वाले इस खिलाड़ी को दुबई की आईएलटी20 में दिल्ली कैपिटल्स की फ्रेंचाइजी दुबई कैपिटल्स को चैंपियन बनाने का इनाम मिला। बतौर कोच बदानी का ट्रैक रिकॉर्ड शानदार है, लेकिन क्रिकेट करियर उतना दमदार नहीं है।। इंडियन क्रिकेट लीग (ICL) से जुड़ने के कारण क्रिकेट करियर समय से पहले खत्म हो गया। आईसीएल छोड़ने के बाद उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में मौका मिला। वह 2010 की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा रहे, लेकिन पूरे सीजन बेंच पर ही बैठे रह गए।

बदानी का टेस्ट करियर 2 महीने में समाप्त

90 के दशक में भारतीय टीम ने ऑलराउंडर कई खिलाड़ियों को आजमाया। इनमें से एक चेन्नई के हेमंग बदानी थे। रणजी में ढेरों रन बनाने के बाद बाएं हाथ के बल्लेबाज बदानी को 2000 में मैच फिक्सिंग कांड के बाद वनडे में मौका मिला। बदानी ने एशिया कप में बांग्लादेश के खिलाफ एशिया कप में डेब्यू किया। एक साल बाद जून 2001 में हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले मैच में टेस्ट डेब्यू किया। बतौर ओपनर उन्होंने नई गेंद के खिलाफ संघर्ष किया। दो महीने में ही उनका टेस्ट करियर खत्म हो गया। अगस्त 2001 में वह करियर का चौथा और आखिरी टेस्ट खेले।

पाकिस्तान दौरे पर खेले अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच

बदानी का वनडे करियर 4 साल तक चला। इस दौरान उन्होंने 2001 में पुणे में मजबूत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक जड़ा। हालांकि, मार्क वॉ के शतक की मदद से ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बेहद आसानी से लक्ष्य हासिल कर लिया। युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ जैसे खिलाड़ियों के आने और खराब फॉर्म के कारण बदानी का करियर लड़खड़ा गया। 2004 में पाकिस्तान दौरे पर उन्होंने आखिरी बार इंटरनेशनल मैच खेला। मोहम्मद कैफ ने पहले वनडे में शोएब मलिक का शानदार कैच पकड़ा था। वह अपने साथी खिलाड़ी से बाल-बाल टकराने से बचे थे। यह खिलाड़ी कोई और नहीं बदानी ही थे।

चेन्नई सुपर किंग्स का रहे हिस्सा

बदानी 2007 में आईसीएल से जुड़े। वे बीसीसीआई द्वारा प्रतिबंधित खिलाड़ियों में से एक थे। उन्हें आईसीएल छोड़ने और बीसीसीआई के ‘माफी प्रस्ताव’ को स्वीकार करने के लिए मजबूर होना पड़ा, ताकि उन्हें भारत के घरेलू क्रिकेट में फिर से खेलने के लिए NoC दिया जा सके। वह आईसीएल से वापसी के बाद आईपीएल में अनुबंध पाने वाले कुछ खिलाड़ियों में से एक थे। चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें साइन किया था। 2010 में चैंपियन बनी इस टीम का हिस्सा थे। उन्होंने 2013 में पंजाब के खिलाफ विदर्भ के लिए अपना अंतिम प्रथम श्रेणी मैच खेला और 37 साल की उम्र में पेशेवर क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया।

फ्रेंचाइजी क्रिकेट में शानदार कोचिंग करियर

हेमंग बदानी का फ्रेंचाइजी क्रिकेट में बतौर कोच शानदार रिकॉर्ड है। बदानी ने 2021-23 तक सनराइजर्स हैदराबाद के फील्डिंग और बैटिंग कोच के तौर पर काम किया। उन्होंने जाफना किंग्स फ्रैंचाइजी को लगातार दो बार लंका प्रीमियर लीग का खिताब दिलाया। वह SA20 के पहले सीजन में खिताब जीतने वाली सनराइजर्स ईस्टर्न केप टीम के बैटिंग कोच भी थे। बदानी के हेड कोच रहते हुए दुबई कैपिटल्स ने इस साल ILT20 का खिताब जीता। यह दिल्ली कैपिटल्स की ही फ्रेंचाइजी है।