पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2025) में उभरते हुए युवा बल्लेबाजों की जमकर तारीफ की है। उन्होंने चार युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का भविष्य बताया, साथ ही एक युवा बल्लेबाज के लिए सावधानी भरा सुझाव भी दिया। द आईसीसी रिव्यू में बोलते हुए, शास्त्री ने चेन्नई सुपर किंग्स के आयुष म्हात्रे, राजस्थान रॉयल्स के वैभव सूर्यवंशी, और पंजाब किंग्स के सलामी जोड़ी प्रियांश आर्या और प्रभसिमरन सिंह के निडर प्रदर्शन की सराहना की।

पंजाब की सलामी जोड़ी का अग्रेसन

शास्त्री ने पंजाब किंग्स के सलामी बल्लेबाजों प्रियांश आर्या और प्रभसिमरन सिंह की तारीफ में कहा कि पंजाब के दोनों सलामी बल्लेबाज गेंद को जबरदस्त तरीके से हिट करते हैं। ये युवा, 14 से 17 साल की उम्र में पहले छह ओवरों में गेंद को देखते ही मारने की हिम्मत दिखाते हैं।

23 वर्षीय प्रियांश आर्या ने अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया है। उन्होंने 8 पारियों में 201.58 के शानदार स्ट्राइक रेट से 254 रन बनाए, जिसमें चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ एक धमाकेदार शतक भी शामिल है। उनकी यह फॉर्म भारतीय चयनकर्ताओं के लिए एक मजबूत दावा पेश करती है।

आयुष म्हात्रे: 17 साल की उम्र में बेखौफ बल्लेबाजी

17 साल के आयुष म्हात्रे ने अपनी बेखौफ बल्लेबाजी से क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत लिया है। मुंबई इंडियंस जैसी मजबूत टीम के खिलाफ उन्होंने मात्र 15 गेंदों में 32 रन ठोक डाले। शास्त्री ने उनकी तारीफ करते हुए कहा, “मुंबई इंडियंस के खिलाफ आयुष ने जो शॉट्स खेले, वे अविश्वसनीय थे। 17 साल की उम्र में इस तरह का आत्मविश्वास दिखाना हर किसी का ध्यान खींचता है। अगर उन्हें सही मार्गदर्शन और अच्छे लोग मिलें, तो वे बहुत आगे जा सकते हैं।”

वैभव सूर्यवंशी: 14 साल की उम्र में सनसनी

14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने अपनी पहली ही गेंद पर छक्का जड़कर सबको हैरान कर दिया। उन्होंने 20 गेंदों में 34 रनों की तूफानी पारी खेली। शास्त्री ने उनकी इस पारी की तारीफ करते हुए कहा, “उनका पहला शॉट देखकर हर किसी की सांस थम गई। लेकिन वह अभी बहुत छोटे हैं। असफलताएं भी आएंगी। यह देखना होगा कि वह उनका सामना कैसे करते हैं।”

हालांकि, शास्त्री ने सूर्यवंशी के लिए सावधानी की सलाह भी दी। उन्होंने कहा, “उनकी शुरुआती सफलता के बाद गेंदबाज उनके लिए नई रणनीतियां बनाएंगे। बहुत सारी शॉर्ट गेंदें फेंकी जाएंगी। जब आप पहली गेंद पर छक्का मारते हैं, तो गेंदबाज कोई रहम नहीं दिखाते। उन्हें इसका आदी होना पड़ेगा।”

भारतीय क्रिकेट का उज्ज्वल भविष्य

शास्त्री ने भारत के व्हाइट-बॉल क्रिकेट में प्रतिभा की गहराई पर जोर दिया। उन्होंने चयनकर्ताओं को सलाह दी कि वे इन फॉर्म खिलाड़ियों को मौका देने में देरी न करें। उन्होंने कहा, “अगर आपको लगता है कि कोई खिलाड़ी फॉर्म में है और सभी मानकों पर खरा उतर रहा है, तो उसे तुरंत चुनें। अगले सीजन का इंतजार न करें। मौका तब दें, जब खिलाड़ी का प्रदर्शन चरम पर हो।”