इंडियन प्रीमियर लीग 2025 (IPL 2025) के दौरान ही भारतीय खिलाड़ी इंग्लैंड दौरे पर 5 मैचों की टेस्ट सीरीज की तैयारी शुरू कर सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार इन दो महीने की अवधि में खिलाड़ियों को व्हाइट बॉल क्रिकेट के अलावा रेड बॉल क्रिकेट से जुड़ी गतिविधियों में भी शामिल होना पड़ सकता है। भारतीय टीम को आईपीएल के बाद जून-जुलाई में इंग्लैंड में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है।

क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) आईपीएल 2025 के दौरान खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट से जुड़े रहने के लिए रणनीति पर काम कर रहा है। यह संभावना है कि खिलाड़ियों को रेड बॉल के अभ्यास सत्र में हिस्सा लेने या कुछ लक्षित खिलाड़ियों के लिए तैयार की गई अपरंपरागत गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए कहा जाएगा। स्पष्ट रूप से बीसीसीआई का लक्ष्य पांच दिवसीय मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना है। आईपीएल 22 मार्च से 25 मई तक चलेगा, जबकि पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 20 जून से हेडिंग्ले में शुरू होगी।

दुबई में हुई बैठक

योजना को कैसे लागू किया जाएगा इसका सटीक विवरण गोपनीय रखा जा रहा है, लेकिन आईपीएल शेड्यूल से टकराव को लेकर प्रारंभिक बैठकें पहले ही हो चुकी हैं। बीसीसीआई के योजना बनाने वालों के सहयोग से भारतीय टीम प्रबंधन के प्रमुख लोगों के बीच दुबई में चर्चा हुई, जहां खिलाड़ी वर्तमान में चैंपियंस ट्रॉफी खेलने में व्यस्त हैं। रविवार को दुबई में भारत-पाकिस्तान मैच के बाद निर्णय लेने वाले लोगों के बीच रोडमैप पर चर्चा हुई। 9 मार्च को चैंपियंस ट्रॉफी के समापन के बाद बैठकें होने की उम्मीद है। आईपीएल इसके दो सप्ताह से भी कम समय बाद शुरू होगा।

बीसीसीआई क्यों है चिंतित

आईपीएल के दौरान बीसीसीआई आम तौर पर खिलाड़ियों की जिम्मेदारियों में बहुत हस्तक्षेप किए बिना अपने संबंधित फ्रैंचाइजी पर ध्यान केंद्रित करने की अनुमति देता है। हालांकि, आईपीएल के बाद इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज में भारत की हार (एक को छोड़कर) की प्रवृत्ति पर बीसीसीआई के थिंक टैंक ने ध्यान दिया है। 2011 की सीरीज 4-0 की हार से समाप्त हुई, 2014 की सीरीज में घरेलू टीम ने 3-1 से जीत दर्ज की और 2018 में भारत को 4-1 से हार का सामना करना पड़ा।

भारत का टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन

दिलचस्प बात यह है कि 2021 में टेस्ट सीरीज 2-2 से बराबरी पर रही। कोरोना के कारण एक मैच 2022 में खेला गया था। इससे पहले भारत सीरीज में 2-1 से आगे चल रहा था। हालांकि, बीसीसीआई हाल के टेस्ट नतीजों को गंभीरता से ले रहा है। भारत को न्यूजीलैंड (3-0) के खिलाफ घरेलू सीरीज में हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में 3-1 से हार का सामना करना पड़ा।