इंडियन प्रीमियर लीग 2025 (IPL 2025) में मुंबई इंडियंस (MI) की शुरुआत अच्छी नहीं रही है। चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के बाद गुजरात टाइटंस (GT) से हार का सामना करना पड़ा। मुंबई इंडियंस के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा का फॉर्म अच्छा नहीं है। पहले मैच में डक पर आउट होने के बाद दूसरे मैच में वह 8 रन बनाकर आउट हुए। इस बीच भारत के पूर्व खिलाड़ी संजय मांजरेकर ने कहा है कि ‘हिटमैन’ के हाथों से चीजें निकलती जा रही हैं। वह अपने करियर के उस पड़ाव पर हैं, जहां उन्हें रोज कड़ी मेहनत के लिए जोर लगाना होगा।

मांजरेकर ने जियोस्टार पर कहा, “रोहित शर्मा स्पष्ट रूप से एक दौर से गुजर रहे हैं। वह तीन-चार साल पहले वाले रोहित शर्मा नहीं हैं। वह अपने करियर के उस मुकाम पर हैं, जहां उन्हें हर सुबह खुद पर जोर लगाना होगा। कड़ी ट्रेनिंग करनी होगी और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा क्योंकि चीजें उनकी हाथों से फिसल रही हैं। वह अभी भी अपनी नेचुरल टैलेंट और इंस्टिंक्ट पर भरोसा कर रहे हैं।”

रिकल्टन को लय हासिल करने के लिए और मौका दिया जाना चाहिए

इस सीजन रोहित के नए ओपनिंग पार्टनर साउथ अफ्रीका रयान रिकल्टन हैं, जो दोनों ही मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रहे हैं। मांजरेकर का मानना ​​है कि पहली बार आईपीएल में खेल रहे रिकल्टन को लय हासिल करने के लिए और समय दिया जाना चाहिए। उन्हें नहीं लगता कि एमआई लाइनअप पर्याप्त रूप से विश्वसनीय है।

मुंबई इंडियंस की बैटिंग लाइन अप उठाए सवाल

मांजरेकर ने कहा, “साउथ अफ्रीकी होने के नाते रयान रिकल्टन को भारतीय पिचों पर ढलने में समय लगेगा। एबी डिविलियर्स और हेनरिक क्लासेन को छोड़कर बहुत कम साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज भारतीय पिचों पर सही मायने में सफल हुए हैं। इसलिए हमें उन्हें समय देना होगा। इसके अलावा, तिलक वर्मा और सूर्यकुमार यादव, रॉबिन मिंज और कुछ अन्य खिलाड़ी बल्लेबाजी लाइनअप में हैं।”

वानखेड़े में लक्ष्य के करीब पहुंच जाते

मांजरेकर ने मुंबई इंडियंस की बैटिंग लाइन अप को लेकर कहा, “मुझे लगता है कि यह अभी भी थोड़ा अविश्वसनीय लगता है। उनमें से बहुत से ऐसे पिच पर निर्भर करते हैं जहां गेंद बल्ले पर अच्छी तरह से आती है। जहां गति और उछाल होती है वहां वे 12 या 13 रन प्रति ओवर के लक्ष्य भी हासिल कर सकते हैं। वानखेड़े स्टेडियम में वे लक्ष्य के बहुत करीब पहुंच जाते।

मुंबई इंडियंस के बल्लेबाजों की गलतियां

गुजरात टाइटंस के खिलाफ मुंबई इंडियंस के बल्लेबाजों की गलतियों पर प्रकाश डालते हुए मांजरेकर ने कहा कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि टीम का बाकी सत्र कैसा रहेगा। उन्होंने कहा, ” मुंबई इंडियंस ने जब 35 रन पर दो विकेट गंवाए तो वे रेस में नहीं दिख रहे थे। वहीं गुजरात ने अपने पहले दो विकेट के लिए लगभग 129 रन बनाए थे। उसके बाद ऐसा लगा कि तिलक वर्मा और सूर्यकुमार यादव साझेदारी बनाने की कोशिश कर रहे थे। 190 से अधिक के लक्ष्य का पीछा करते हुए साझेदारी बनाने की चुनौती में आवश्यक रन रेट प्रभावित होने लगता है। ठीक यही हुआ।

मुंबई इंडियंस के लिए दो हार काफी आम बात

मांजरेकर ने कहा, “आपको यह कहना होगा कि गुजरात टाइटंस ने बेहतर बल्लेबाजी की। मुझे लगा कि उन्होंने शायद 15 से 20 रन ज्यादा रन बनाए। ओस कभी नहीं आई, जिसने मुंबई का काम और भी मुश्किल बना दिया। लेकिन इन सबके बावजूद मुंबई इंडियंस के लिए दो हार काफी आम बात है। वे अभी भी खिताब जीत सकते हैं जैसा कि उन्होंने अतीत में किया है। 2014 सबसे यादगार है।”