प्रत्युष राज। राजधानी एक्सप्रेस मयंक यादव घायल हुए तो यश ठाकुर आगे आए और लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG)को इंडियन प्रीमियर लीग 2024 (IPL 2024)की लगातार तीसरी जीत दिलाई। यश ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ 30 रन देकर 5 विकेट लिए। यश ठाकुर ने आईपीएल से पहले रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने विदर्भ को फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। हालांकि, यश के लिए यह सफर आसान नहीं रहा है। उनकी कहानी जान किसी का भी कलेजा मुंह को आ जाएगा।

28 दिसंबर को यश ठाकुर ने अपना 25वां जन्मदिन अपने पिता का अंतिम संस्कार करते हुए बिताया, जिनकी लंबी बीमारी के बाद मृत्यु हो गई थी। इसके कारण यह युवा खिलाड़ी पहले दो रणजी ट्रॉफी मैच में नहीं खेल सका, लेकिन तीसरे मैच के लिए विदर्भ टीम में शामिल हो गए। जब यश टीम में शामिल होने के लिए अपनी किट पैक कर रहे थे, तो उनकी मां काजल और बड़ी बहन श्वेता ने उन्हें सुझाव दिया था कि अगर वह अभी तैयार नहीं है तो एक और मैच छोड़ दें, लेकिन यश अपनी जिद पर अड़े थे क्योंकि उन्होंने अपने दिवंगत पिता से उनकी चिता पर वादा किया था कि वह फोकस नहीं गंवाएंगे।

भगवान जानता है कि उन्होंने ऐसा कैसे किया?

द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में यश के बारे में बताते हुए उनकी मां काजल भावुक हो गई। उन्होंने नागपुर से बात की। उन्होंने कहा, ” एक आंसू नहीं गिराए हैं इस लड़के ने। उन्होंने श्राद्ध संस्कार पूरा किया। उन्होंने अकेले ही सबकुछ मैनेज किया। जब वह विदर्भ की रणजी ट्रॉफी टीम में शामिल हुए तो हम सभी आश्चर्यचकित थे। हमें इसकी उम्मीद नहीं थी, लेकिन उन्होंने खुद को प्रेरित किया। भगवान जानता है कि उन्होंने ऐसा कैसे किया?”

पापा के लिए कर रहा हूं

काजल ने याद करते हुए बताया कि यश ने उनसे कहा, ” पापा के लिए कर रहा हूं। वो यही चाहते थे।” उनकी मां ने आगे बताया, ” यश अपने पिता के बहुत करीब थे और उनके आखिरी दिनों में भी वे क्रिकेट के बारे में खूब बातें करते थे। हर मैच के बाद वह अपने पिता से लंबी बातचीत करते थे। मेरे पति गलतियां बताते रहते और एक अच्छे स्टूडेंट की तरह मेरी बात सुनते। मुझे यकीन है कि वह उन्हें बहुत याद करते हैं। वह मेरे सामने कभी अपने पिता के बारे में बात नहीं करते, लेकिन पांच विकेट लेने के बाद उन्होंने अपनी बहन से कहा कि आज उन्हें अपने पिता की याद आई।”