टी20 क्रिकेट या वनडे क्रिकेट में नो बॉल करना अपराध माना जाता है। गेंदबाज की एक गलती हार या जीत का कारण बन सकती है। कोई गेंदबाज 3-3 बार यह गलती कर दे और वह भी सिर्फ 1 ही ओवर में तो परिणाम का अंदाजा लगाया जा सकता है। हालांकि, लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) और गुजरात टाइटंस (GT)के बीच इंडियन प्रीमियर लीग 2024 (IPL 2024) में कुछ और ही नजारा देखने को मिला।

विराट कोहली का विकेट लेकर आईपीएल करियर की शुरुआत करने वाले लखनऊ के मन्निमारन सिद्धार्थ ने गुजरात के खिलाफ एक ही ओवर में 3-3 नो बॉल किए। शुभमन गिल और साई सुदर्शन जैसे बल्लेबाज इसका फायदा नहीं उठा पाए। एक भी बड़ा शॉट नहीं लगा। इन 3 गेंद पर 5 रन बने। नोबॉल के रन जोड़ दें तो 8 रन। सिद्धार्थ ने इस ओवर में सिर्फ 12 रन दिए। यह गुजरात की पारी का 5वां ओवर यानी पावरप्ले था।

सिद्धार्थ ट्रेडिशनल बाएं हाथ के स्पिनर नहीं

अपना तीसरा मैच खेल रहे बाएं हाथ के स्पिनर सिद्धार्थ की गेंदबाजी देखकर हर कोई सोचेगा कि आखिर उनकी गेंदबाजी में ऐसा क्या खास है कि वह इतने किफायती रहे? सिद्धार्थ ट्रेडिशनल बाएं हाथ के स्पिनर नहीं हैं। वह गेंद को स्पिन नहीं स्विंग कराते हैं। वह है तो स्पिनर,लेकिन उनमें तेज गेंदबाजों वाले गुण हैं। स्पीड भी उनकी अच्छी है।

सिद्धार्थ 115 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंद करते हैं

ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार सिद्धार्थ 115 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंद करते हैं। यही कारण है कि लखनऊ ने उन्हें 2.4 करोड़ रुपये में खरीदा था। वह घरेलू क्रिकेट तमिलनाडु के लिए खेलते हैं। रविचंद्रन अश्विन और आर साई किशोर उनके साथ खेलते हैं। ये दोनों गेंदबाज भी नई गेंद स्विंग करा सकते हैं, लेकिन उनके पास यह रफ्तार नहीं है।

इमाद वसीम जैसे गेंदबाज

हालांकि, सिद्धार्थ एकमात्र बाएं हाथ के फिंगर स्पिनर नहीं हैं जो इनस्विंग कराते हैं। वह पाकिस्तान के इमाद वसीम जैसे गेंदबाज हैं, जिनकी आर्म बॉल स्विंग होती है। वेस्टइंडीज के अकील होसेन की तरह सिद्धार्थ गेंद को दाएं हाथ के बल्लेबाजों की ओर स्विंग कराने के लिए अपनी तर्जनी उंगली (Index Finger) का उपयोग करते हैं। वह सीम को फाइन लेग की ओर करके गेंद करते है। बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिनर आमतौर पर फर्स्ट स्लिप की ओर सीम करके गेंदबाजी करते हैं ताकि गेंद दाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए बाहर की तरफ टर्न हो।