सनराइजर्स हैदराबाद आईपीएल की उन टीमों में शामिल हैं जो कि सफलता के लिए लगातार बदलाव करती है लेकिन फिर भी सफलता से दूर ही रहती है। साल 2016 की चैंपियन टीम ने इस बार ऑक्शन में जमकर पैसा खर्च किया है। हालांकि टीम को सफलता तभी मिलेगी जब उन्हें पांच सवालों के जवाब मिलेंगे।
पैट कमिंस कर पाएंगे कमाल
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने बीते साल अपने देश को डब्ल्यूटीसी चैंपियन बनाया, एशेज जिताया और भारत को उसी के घर पर हराकर वर्ल्ड कप जिताया। इसी के बाद सनराइजर्स हैदराबाद ने 20.50 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। हैदराबाद ने उन्हें अपना कप्तान नियुक्त किया है। उनपर प्रदर्शन करने का काफी दबाव होगा। 130 मैचों में उन्होंने 145 विकेट लिए हैं।
हेनरिक क्लासेन का फॉर्म रहेगा जारी
सनराइजर्स हैदराबाद के लिए क्लासेन का फॉर्म काफी अहम है। बीते साल उन्होंने 181.61 के स्ट्राइक रेट से 1482 रन बनाए हैं। बीते साल वह अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। क्लासेन के सामने चुनौती होगी कि वह इस आईपीएल में वहीं से शुरू करें जहां पिछली बार छोड़ा था।
विदेशी खिलाड़ियों का संयोजन
हैदराबाद ने मिनी ऑक्शन में पैट कमिंस, ट्रैविस हेड और वानिदुं हसरंगा को खरीदा था। टीम में ऐडन मार्करम, हेनरिक क्लासेन और पैट कमिंस को तरजीह दी जाएगी। ऐसे में देखने होगा कि बाकी विकल्पों में से कौन सा विदेशी खिलाड़ी टीम का हिस्सा होगा। उन्हें सही संयोजन चुनना जरूरी है।
स्पिनर्स का चुनाव
अफगानिस्तानी स्पिनर राशिद खान के जाने के बाद सनराइजर्स हैदराबाद को एक विशेषज्ञ स्पिनर की कमी खल रही है। टीम ने मिनी ऑक्शन में वानिंदु हसरंगा को खरीदा है। हालांकि चार विदेशी खिलाड़ियों में हसरंगा की जगह कैसी बनेगी यह सनराइजर्स हैदराबाज के लिए एक चुनौती है।
भारत के सीनियर खिलाड़ियों को निभानी होगी जिम्मेदारी
तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल जैसे खिलाड़ी टीम का हिस्सा हैं। इन दिनों पर जिम्मेदारी होगी कि वह इस साल अपने-अपने क्षेत्र को लीड करें और अच्छा प्रदर्शन करें। विदेशी खिलाड़ियों की भरमार के बीच इन दिनों स्वदेशी खिलाड़ियों पर पर सभी की नजरें टिकी होगी।