इंग्लैंड और मुंबई इंडियंस (MI) के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर के आईपीएल 2023 बीच में छोड़ने पर भारत के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर भड़क गए हैं। गावस्कर के अनुसार फ्रेंचाइजी को आर्चर के एक फूटी कौड़ी नहीं देनी चाहिए। आईपीएल 2022 से पहले मेगा ऑक्शन में मुंबई ने उन्हें 8 करोड़ रुपये में खरीदा था। आईपीएल 2022 में वह नहीं खेले थे। आईपीएल 2023 में भी वह कुछ ही मैच खेले और बीच सत्र में इंग्लैंड लौट गए।
सुनील गावस्कर ने मिड डे में कॉलम में लिखा, “जोफ्रा आर्चर का मुंबई इंडियंस के साथ अनुभव कैसा रहा है? उन्होंने जोखिम लिया, यह जानते हुए कि वह चोटिल थे और इस सत्र से उपलब्ध होंगे। उन्होंने उसके लिए मोटी रकम अदा की और बदले में उन्होंने क्या दिया? वह 100 प्रतिशत फिट नहीं लग रहे थे और उन्हें इसके बारे में फ्रेंचाइजी को सूचित करना चाहिए था।”
ब्रिटेन वापस जाने का विकल्प चुना
सुनील गावस्कर ने आगे कहा, “टूर्नामेंट के बीच में वह इलाज के लिए विदेश गए थे, जो कि उनके देश के क्रिकेट बोर्ड ने कहा था। इसलिए वह कभी भी पूरी तरह फिट नहीं थे, लेकिन फिर भी आए। यदि वह फ्रेंचाइजी के प्रति प्रतिबद्ध थे, जो शायद उन्हें ईसीबी से अधिक भुगतान करती है तो उन्हें अंत तक रहना चाहिए था भले ही वह नहीं खेलते। फ्रेंचाइजी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाने के बजाय उन्होंने ब्रिटेन वापस जाने का विकल्प चुना।”
मुंबई इंडियंस लंगड़े घोड़े को रेस में दौड़ाने की मूर्खता नहीं करेगी
गावस्कर को उम्मीद है कि मुंबई इंडियंस “मूर्ख नहीं बनेगी” और बैंक अकाउंट में पूरी रकम नहीं जमा कराएगी। उन्होंने कहा, “यह बात सामने आई है कि वह दुनिया में विभिन्न लीगों में खेलने के लिए मुंबई इंडियंस के साथ करोड़ो का सौदा करने जा रहा है। यह ध्यान भटकाने वाली बात है। मुंबई इंडियंस लंगड़े घोड़े को रेस में दौड़ाने की मूर्खता नहीं करेगी। उनके बगैर टूर्नामेंट में उन्होंने अच्छी वापसी की है। वह भाग्यशाली होंगे यदि उन्हें आईपीएल की पूरी फीस मिल जाती है।”
आईपीएल फ्रेंचाइजी या अपने देश के लिए खेलना चुनना खिलाड़ी के ऊपर
गावस्कर ने आगे कहा कि खिलाड़ी के कद को देखे बगैर अगर कोई खिलाड़ी पूरे सीजन में उपलब्ध नहीं रहता है तो किसी भी फ्रेंचाइजी को एक रुपये का भी भुगतान नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, “कितना भी बड़ा खिलाड़ी हो अगर वह पूरा टूर्नामेंट उपलब्ध नहीं रहता तो उसे भुगतान करने का कोई मतलब नहीं है। आईपीएल फ्रेंचाइजी या अपने देश के लिए खेलना चुनना खिलाड़ी के ऊपर है। अगर वह आईपीएल के बजाय देश को चुनते हैं तो उन्हें पूरे अंक मिलते हैं, लेकिन अगर वह आईपीएल चुनते हैं तो उन्हें अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करना होगा और कोई बहाना बनाकर जल्दी वापस नहीं जाना चाहिए, खासकर उस समय जब प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करना महत्वपूर्ण हो जाता है।”