इंडियन प्रीमियर लीग 2022 (IPL 2022) में मुंबई इंडियंस (MI) ने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत गुरूवार को कम स्कोर वाले रोमांचक मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) को 5 विकेट से हराकर उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। अंक तालिका में 9वें और 10वें नंबर की टीमों के बीच के मैच में चेन्नई की टूर्नामेंट में बने रहने की उम्मीद भी इस हार के साथ से खत्म हो गई। इससे आईपीएल की दो सबसे सफल टीमें टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी हैं। मुंबई के गेंदबाजों ने चेन्नई को 16 ओवर में 97 रन पर समेट दिया। इसके बाद रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम ने 14.5 ओवर में पांच विकेट पर 103 रन बनाकर तीसरी जीत हासिल की। आइए जानते हैं चेन्नई की हार के 5 प्रमुख कारण:

DRS नहीं मिलना– वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए मैच में चेन्नई की टीम को शुरुआत के ओवरों में बिजली गुल होने के कारण डीआरएस उपलब्ध नहीं होने का खामियाजा भुगतना पड़ा। डेवोन कोनवे (शून्य) को डेनियल सैम्स और रॉबिन उथप्पा (एक) जसप्रीत बुमराह ने एलबीडब्ल्यू किया, लेकिन दोनों डीआरएस नहीं ले सके। उथप्पा के पवेलियन लौटने के बाद अंपायरों ने डीआरएस के उपलब्ध न होने बारे में बताया। शॉट सर्किट के कारण डीआरएस उपलब्ध नहीं था। कोनवे के आउट होने के बाद टेलीविजन रीप्ले में दिखा की गेंद काफी अंतर से लेग स्टंप के दूर से निकल रही थी।

पावरप्ले में पवेलियन लौट गई आधी टीम- चेन्नई की टीम पावरप्ले यानी शुरुआती छह ओवर में ही 32 रनों पर 5 विकेट गंवा चुकी थी। डेनियल सैम्स ने ऋतुराज गायकवाड़, डेवोन कॉनवे और मोइन अली को आउट किया। रॉबिन उथप्पा को जसप्रीत बुमराह और अंबाती रायुडू को रिले मैरेडिथ ने पवेलियन भेजा।

इशान किशन का शानदार कैच- मुंबई के विकेटकीपर इशान किशन ने शिवम दुबे का शानदार कैच पकड़ा। चेन्नई की पारी की आठवें ओवर की तीसरी गेंद रिले मैरेडिथ ने शॉर्ट गेंद डाली। जिसे बाएं हाथ का बल्लेबाज कट करना चाहता था। गेंद बल्ले के ऊपरी हिस्से पर लगी और किशन ने जंप लगाते हुए दोनों हाथोंं शानदार कैच पकड़ा। अगर ये गेंद उनके ऊपर से निकल जाती चेन्नई को आराम से चौका मिल जाता। शिवम दुबे 10 रन बनाकर पवेलियन लौटे।

धोनी को नहीं मिला साथ- चेन्नई की टीम 4 ओवर में 17 रन पर 4 विकेट खोकर संघर्ष कर रही थी तब बल्लेबाजी करने महेंद्र सिंह धोनी आए। उन्होंने 33 गेंदों पर नाबाद 36 रनों की पारी खेली। इसमें 4 चौके और 2 छक्के शामिल हैं। धोनी एक छोर को थामे रह गए और बाकी के बल्लेबाज आउट होते रहे। उन्हें किसी का साथ नहीं मिला।

ब्रावो का आउट होना- चेन्नई की टीम जब 7.3 ओवर में 39 रन पर 6 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी तब धोनी का साथ देने ड्वेन ब्रावो आए। दोनों के बीच अच्छी साझेदारी पनप रही थी। दोनों के बीच 29 गेंदों पर 39 रनों की साझेदारी हुई। ऐसा लगा रहा था कि दोनों चेन्नई को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा देंगे तभी 13वें ओवर की दूसरी गेंद पर 12 रन बनाकर ब्रावो कमुार कार्तिकेय का शिकार बने और चेन्नई की उम्मीद टूट गई।