इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का पहला मुकाबला मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच 9 अप्रैल को चेन्नई में खेला जाएगा। टूर्नामेंट के नियम के मुताबिक, सभी टीमें प्लेइंग-11 में अधिकतम 4 विदेशी खिलाड़ियों को स्थान दे सकती है। टूर्नामेंट के इतिहास में क्रिस गेल, कीरोन पोलार्ड, डेविड वॉर्नर, केन विलियमसन, एडम गिलक्रिस्ट और शेन वॉर्न जैसे दिग्गज विदेशियों ने अपना जलवा दिखाया है। इस बार 14वें सीजन csx सैम करन और निकोलस पूरन जैसे युवाओं के साथ-साथ 6 विदेशी खिलाड़ियों पर नजर रहेगी।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर और मशहूर कमेंटेटर ने यूट्यूब पर अपने वीडियो में इस मामले में सबसे पहले सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान डेविड वॉर्नर का नाम लिया। उन्होंने कहा, ‘‘वॉर्नर एक दमदार खिलाड़ी हैं। हालांकि, उनके शुरुआती 9 मुकाबले ऐसे मैदानों पर हैं जो इन्हें कम पसंद हैं। इसके बावजूद वे किसी तरह अपनी काबिलियित से ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी होने के बावजूद रन बना लेते हैं। ये एक बार फिर 500 के करीब रन बनाएंगे।’’ आकाश ने इसके बाद राशिद खान का नाम लिया। उन्होंने कहा, ‘‘सनराइजर्स के पास विदेशी खिलाड़ी शानदार हैं। उसके 5 मैच चेन्नई और 4 मैच दिल्ली में हैं। दोनों जगहों पर स्पिनरों को मदद मिलती है। राशिद पहले 9 मुकाबलों में ही ज्यादा से ज्यादा विकेट निकाल लेंगे।’’
आकाश ने इसके बाद चेन्नई सुपरकिंग्स के सैम करन को चुना। उन्होंने कहा, ‘‘सैम करन किसी भी टीम में फिट हो सकते हैं। करन के पास तीन क्षमताएं और उसका फायदा धोनी उठाते हैं। मैंने बहुत समय बाद देखा है कि धोनी किसी खिलाड़ी के फैन हो गए हैं। करन के पास पहले छह ओवर के लिए स्विंग है। इनके पास स्लोअर, यॉर्कर और कटर है। ये नंबर तीन पर खेलने के अलावा ओपनिंग तक कर सकते हैं। नीचले क्रम पर भी ताबड़तोड़ रन बना सकते हैं।’’
आकाश ने इसके बाद मार्कस स्टोइनिस, निकोलस पूरन और एबी डिविलियर्स को चुना। उन्होंने कहा कि श्रेयस अय्यर के नहीं रहने पर स्टोइनिस पर काफी जिम्मेदारी होगी। ये नंबर पर 5 पर खेल सकते हैं। गेंदबाजी में भी ये महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। दूसरी ओर, निकोलस पूरन जबरदस्त टैलेंट हैं। इन्हें खेलते देखना अच्छा लगता है। फील्डिंग भी शानदार करते हैं। पंजाब किंग्स को अगर बेहतर करना है तो पूरन का अच्छा खेलना जरूरी होगा। इनके अलावा एबी डिविलियर्स ऐसा काम करते हैं जो किसी को लगता ही नहीं कि ये हो सकता है। डिविलियर्स के लिए आरसीबी से एक बात कहना है कि इन्हें स्पिनर्स से बचाने के लिए नीचे नहीं रखें। ये कहीं भी खेल सकते हैं।’’